उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उनके सरकारी आवास पर यातायात निदेशालय के पुनर्गठन के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में नगरीय एवं अंतर्जनपदीय ट्रैफिक का प्रभावी संचालन और इसकी मॉनीटरिंग अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने ट्रैफिक की प्रभावी मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैफिक की प्रभावी मॉनीटरिंग वीडियो वॉल के माध्यम से की जाए और ट्रैफिक जाम की स्थिति न बनने दी जाए। उन्होंने ट्रैफिक के संचालन के लिए उपलब्ध मैनपावर का प्रभावी इस्तेमाल करने के भी निर्देश दिए। स्कूलों के पाठ्यक्रम में ट्रैफिक नियमों के पालन के सम्बन्ध में सामग्री का समावेश किया जाए, ताकि बच्चे शुरू से ही ट्रैफिक नियमों के पालन के सम्बन्ध में जागरूक बनें। उन्होंने जगह-जगह पर ट्रैफिक संकेतों को स्थापित करने भी निर्देश दिए, ताकि लोगों को सही जानकारी मिल सके।
स्ट्रीट वेण्डरों की सुविधा के लिए वेण्डिंग जोन की व्यवस्था की जाए। उन्होंने ट्रैफिक संचालन और मॉनीटरिंग में लगे हुए होमगार्डों के प्रशिक्षण के भी निर्देश दिए। साथ ही, फुट पेट्रोलिंग को भी प्रभावी बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियंत्रण के लिए तकनीक का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने इंटेलीजेण्ट ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम को सभी 17 नगर निगमों तथा जनपद गौतमबुद्धनगर में प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही 57 जिला मुख्यालयों जहां नगर निकाय मौजूद हैं में भी आईटीएमएस को लागू करने के निर्देश दिए।