अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाने का अभियान शुरू हो गया है। विश्व हिंदू परिषद ने श्री राम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान की शुरुआत की और धन एकत्रित करने की मुहिम शुरू हो गई। बड़ी राजनीतिक हस्तियों ने इसमें हिस्सा लिया। सबसे पहला योगदान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिया। राष्ट्रपति ने मंदिर निर्माण के लिए 5 लाख से अधिक की राशि दान की। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के परिजन पहले ही मंदिर के निर्माण के लिए पांच लाख रुपये से अधिक का योगदान दे चुके हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी इस अभियान को सफल बनाने में पूरी तरह जुटा है। एक दिन पहले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख महन भागवत ने राष्ट्रीय राजधानी के बाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना की।
सबसे बड़ा योगदान रायबरेली जिले के बैसवाड़ा के तेजगांव के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह का रहा। पूर्व विधायक ने विहिप के उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को 1,11,11,111 रुपये का चेक प्रदान किया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) राम मंदिर निर्माण आंदोलन में सबसे आगे रही है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास ने मंदिर निर्माण के लिए धन एकत्रित करने के लिए विहिप को अधिकृत किया है। विहिप के पदाधिकारी पूरे देश में हस्तियों से राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह के अभियान पर हैं।
विहिप के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने मीडिया से इस बारे में बाती की। उन्होंने बता कि, ''विहिप ने मंदिर निर्माण में धन संग्रह के लिए अपना अभियान शुरू कर दिया है। सबसे पहले हमने देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार से 5,00,100 रुपये की राशि मिली है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पत्नी ऊषा नायडू पहले ही मंदिर के निर्माण के लिए पूरे परिवार की तरफ से 5,11,116 रुपये का योगदान दे चुकी हैं।
राष्ट्रपति से दान लेने के लिए मंदिर न्यास के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि, विहिप के आलोक कुमार, ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा और आरएसएस के दिल्ली नेता कुलभूषण आहूजा ने राष्ट्रपति भवन में रानाथ कोविंद से मुलाकात की। पूरे देश भर के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने भी राम मंदिर निर्माण में अपना आर्थिक योगदान दिया गया है।
विहिप के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से भी मुलाकात की। उन्होंने मंदिर के निर्माण के लिए दान के रूप में 1.21 लाख रुपये दिया है। जबकि, उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी 1.51 लाख रुपये का योगदान दिया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, उत्तर प्रदेश और झारखंड के राज्यपाल भी विहिप के प्रतिनिधिमंडलों को अपना योगदान दे चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो लाख की राशि दान की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिये दो लाख रूपये का योगदान दिया है। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास में श्री राम मंदिर निमार्ण की समर्पण निधि के लिये अपने निजी कोष से दो लाख रूपये चेक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को भेंट किया। श्रीराम मंदिर निमार्ण को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान शुरू किया है। लखनऊ में अपने आवास पर योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष के उत्तराधिकारी कमल नयन दास को दो लाख रूपये का चेक सौंपा।