'कैदी ही सही मगर, हमें भी वतन प्यारा है, तिरंगे की शान बढ़े, ये फर्ज हमारा है'

यूपी की एक जेल से ख़ास खबर : 'कैदी ही सही मगर, हमें भी वतन प्यारा है, तिरंगे की शान बढ़े, ये फर्ज हमारा है'

'कैदी ही सही मगर, हमें भी वतन प्यारा है, तिरंगे की शान बढ़े, ये फर्ज हमारा है'

Tricity Today | तिरंगा तैयार करते कैदी

Shahjahanpur : उत्तर प्रदेश की जेलों में लाखों बंदी हैं। उनमें भी देशभक्ति का जज्बा है। पूरा मुल्क आजादी की 75वीं वर्षगांठ मन रहा है। यूपी के जेलों में बंदी भी पीछे नहीं हैं। आज हम आपको शाहजहांपुर जेल लेकर चलते हैं। वहां कैदी तिरंगा तैयार करने में जुटे हैं। उनकी भावनाओं को देखते हुए कारागार प्रशासन भरपूर सहयोग कर रहा है। यह झंडे 'हर घर तिरंगा' योजना के लिए सरकार और सामाजिक संगठन इस्तेमाल कर रहे हैं।

शाहजहांपुर जेल के अधीक्षक एमएल यादव ने बताया कि 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत 'हर घर तिरंगा' उत्सव को शानदार और भव्य रूप से मनाने में कैदी अपनी आहूति दे रहे हैं। शाहजहांपुर जेल में सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र है। इस केंद्र में कैदी तिरंगे तैयार कर रहे हैं। अभी तक 6,500 तिरंगे तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अगर यह लक्ष्य पूरा हुआ तो और अधिक तिरंगे बंदी तैयार करना चाहते हैं। ख़ास बात यह है कि वे अपने हाथों से तिरंगा तैयार करके गर्व महसूस कर रहे हैं। कहना है, "हम भले हम जेल में हैं, लेकिन देशभक्ति की भावना हमारे अंदर भी है।"

जेल सुपरिंटेंडेंट ने कहा, "इस पावन कार्य में केवल पुरुष ही नहीं महिला कैदी भी पीछे नहीं हैं। वह बढ़-चढ़कर तिरंगे तैयार करने में जुटी हैं। उनके बच्चे उनके साथ तिरंगे तैयार करने में हाथ बटा रहे हैं। यह 1600 झंडे प्रशासन और जनसामान्य को नि:शुल्क भेंट किए जाएंगे। ये तिरंगे स्वंयसेवी संगठन और अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के सहयोग से प्राप्त कच्चे माल से तैयार किए जा रहे हैं। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल शाहजहांपुर के महामंत्री वीपी सिंह गोल्डी ने सामग्री उपलब्ध कराई है।"

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