Tricity Today | अदालत इस मामले में शुक्रवार को सजा सुनाएगी।
Rampur News : उत्तर प्रदेश रामपुर में हुए चर्चित कारतूस घोटाले में आज यानि शुक्रवार को सभी दोषियों को सजा सुनाई दी गई। कोर्ट ने सभी दोषियों को 10 साल की सजा सुनाई है। इनमें 20 पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ के जवान हैं, जबकि चार नक्सली शामिल हैं। साल 2010 में हुए इस घोटाले का खुलासा हुआ था। गुरुवार यानि 12 अक्टूबर को अदालत ने 24 आरोपियों को दोषी करार दिया था। आज इन्हें सजा सुनाई जाएगी।
13 साल चली सुनवाई
गौरतलब है कि साल 2010 में एसटीएफ ने कारतूस घोटाले का पर्दाफाश किया था। उसे मामले में 20 पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ जवानों सहित 24 लोगों को आरोपी बनाया गया था। 13 साल चली सुनवाई के बाद 12 अक्टूबर को कोर्ट ने सभी 24 आरोपियों को दोषसिद्ध करार दिया है। इनमें एक एक मुख्य आरोपी यशोदानंद की मृत्यु हो चुकी है। अदालत इस मामले में शुक्रवार को सजा सुनाएगी।
एसटीएफ लखनऊ की टीम ने किया था पर्दाफाश
एसटीएफ लखनऊ की टीम ने 29 अप्रैल, 2010 को पीएसी से सेवानिवृत्त दारोगा यशोदानंद को गिरफ्तार कर घोटाले का राजफाश किया था। उसके साथ सीआरपीएफ के जवान विनोद पासवान और विनेश कुमार भी पकड़े गए थे। विभिन्न जिलों के 22 आर्मरर सहित अन्य पुलिसकर्मी भी गिरफ्तार किये गए थे। इनके कब्जे से 1.76 लाख रुपये, ढाई क्विंटल कारतूस खोखा, बड़ी मात्रा में कारतूस और हथियारों के पुर्जें बरामद किए गए थे।