Google Image | रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव
Lakhimpur Kheri News: उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग का गठन कर दिया। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव लखीमपुर की घटना की जांच करेंगे। रविवार को हुए बवाल में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने जांच के लिए सेवानिवृत्त जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव की नियुक्त की है। इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग बनाकर अधिसूचना जारी कर दी है। आयोग को दो महीने के भीतर अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपनी होगी।
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने 6 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी कर कहा जांच आयोग अधिनियम 1952 के सेक्शन 3 के तहत इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के अंतर्गत एक सदस्यीय जांच आयोग गठित किया जाता है। आयोग का मुख्यालय लखीमपुर खीरी में होगा। इस आयोग को दो महीने के अंदर जांच करके रिपोर्ट सरकार को सौंपना होगा। न्यायाधीश प्रदीप कुमार श्रीवास्तव इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान विकास दुबे से लेकर पूर्व बीएसपी विधायक हाजी अलीम मर्डर केस लव जिहाद जैसे कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की है। उन्होंने चुनाव में गैंगस्टर और अपराधियों को टिकट देने पर भी चिंता जाहिर की थी।
यूपी के लखीमपुर खीरी में बीते रविवार को हुए बवाल के बाद चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत से माहौल तनावपूर्ण हो गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसान नेताओं से वार्ता के बाद मृतकों के परिवार को 45-45 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और पीड़ित परिवारों के घर से एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही। इस पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने के लिए कहा था। इसी के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज प्रदीप कुमार श्रीवास्तव को लखीमपुर खीरी मामले की जांच सौंपी है। इस जांच आयोग का लखीमपुर खीरी में मुख्यालय होगा। इस एक सदस्यीय आयोग को अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट दो महीने में सरकार को देनी होगी।
तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी। एक तेज रफ्तार वाहन से चार किसान कुचल गए थे। इस घटना के बाद उग्र भीड़ के लोगों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक वाहन चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस घटना में एक पत्रकार की भी जान चली गई। लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनियां कोतवाली क्षेत्र में हुई घटना में अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा व अन्य के खिलाफ आइपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में दंगल का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या को भी शामिल होना था।