Bijnor : जहां गूगल मैप आज के समय में ज्यादातर लोगों का सहारा है, लेकिन वहीं कभी-कभी गूगल मैप ऐसा रास्ता दिखाता है कि उस रास्ते पर ना ही आगे चला जाए और ना ही पीछे लौटा जा सके। ऐसा ही एक यूक्रेन की महिला के साथ हुआ। महिला अपने दिल्ली निवासी पति के साथ हरिद्वार जा रही थी, लेकिन गूगल मैप ने उन्हें ऐसा रास्ता दिखाया कि वह हरिद्वार की बजाय गंगा खादर में जा फंसे। रात के करीब 11:00 बजे खादर के सुनसान इलाके में फसी यूक्रेन महिला और उसका पति काफी घबरा गए। जिसके बाद उन्होंने डायल 112 पर कॉल करके मदद ली। वहीं, डायल 112 ने कॉल को ट्रेस कर कर उनकी लोकेशन का पता लगाया। जिसके बाद पुलिस टीम करीब डेढ़ किलोमीटर तक जंगल में पैदल जाकर उनकी मदद करने के लिए पहुंची। उन्होंने महिला की तलाश कर ट्रैक्टर के जरिए उनकी कार को वहां से निकाला। जिसके बाद यूक्रेन की महिला उनका नमस्ते कर और थैंक यू बोलकर धन्यवाद किया।
रास्ता पूछने की बझाये मैप लगाया
पुलिसकर्मी अर्जुन कुमार ने बताया कि यूक्रेन की महिला और उसका पति शुक्रवार को हरिद्वार के लिए निकले थे, लेकिन कावड़ यात्रा के चलते हुए ज्यादातर रास्तों पर रूट डायवर्जन लगा दिया गए हैं। जिसके वजह से वे बिजनौर-बालावाली से होते हुए जा रहे थे। रात में उन्होंने रस्ता पूछने के बजाय गूगल मैप पर लोकेशन डाल ली। जिसके बाद वह मैप में रास्ता देखते हुए चल दिए। जैसे ही वे बालावली पुल के पास पहुंचे तो वह रास्ता भटक गए। जिसके बाद वह गंगा खादर में जाकर खड़े हो गए और वहां पर कीचड़ में उनकी कार फस गई।
अंधेरा और घना जंगल होने के कारण नहीं बता पाए लोकेशन
दरअसल, उनको रेलवे के पुल के नीचे से गुजर ना था, लेकिन पे मैप का भरोसा करते हुए सीधे पक्की सड़क पर चले दिए। पक्की सड़क आगे जाकर खत्म हो गई और फिर कच्चा रास्ता शुरू हो गया। धीरे-धीरे वह घने जंगल में पहुंच गए और वहां जाकर उनकी कार कीचड़ में फंस गई। रात का समय होने के कारण दोनों मियां बीवी काफी घबरा गए। जिसके बाद उन्होंने डायल 112 पर कॉल कर मदद मांगी। अंधेरा और घना जंगल होने के कारण वह पुलिस को अपनी लोकेशन नहीं बता पा रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने कॉल को ट्रेस कर उनके लोकेशन का पता लगाया।
पुलिस को मदद करता देख महिला की आंखों में आंसू आ गए
जब डायल 112 की टीम जंगल में उनकी मदद करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कार कीचड़ में फंसी हुई है। जिसके बाद उन्होंने मंडावर थाने में कॉल करके मदद मांगी। फिर पुलिस वहां पर ट्रैक्टर लेकर पहुंची। जिसके बाद पुलिस ने उनकी कार को ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला। यह देख यूक्रेन की महिला की आंखों में आंसू आ गए। वहां से बाहर निकल के बाद महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उसने नमस्ते एंड थैंक यू बोल कर उनका धन्यवाद किया।