Tricity Today | चाचा की गाड़ी पर लगा समाजवादी पार्टी का झंडा
Uttar Pradesh : लंबे विवाद के बाद शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव ने कोली भर ली है। एक बार फिर चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच विलय हो गया है। अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव की गाड़ी पर समाजवादी पार्टी का झंडा लगा दिया है। इसका फोटो सोशल मीडिया के जरिए सामने आया है। डिंपल यादव की जीत के बाद दोनों चाचा-भतीजे एक हो गए हैं। मैनपुरी में डिंपल यादव को प्रचंड जीत मिलने के बाद शिवपाल यादव ने कहा कि अब 2027 में प्रचंड जीत की तरफ आगे बढ़ने का काम करेंगे।
अखिलेश यादव से विवाद के बाद बनाई थी नई पार्टी
शिवपाल सिंह यादव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भाई हैं। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच में खटास पैदा हो गई थी। जिसकी वजह से शिवपाल यादव ने 29 अगस्त 2018 को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया। शिवपाल सिंह यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, अखिलेश यादव से पहले शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच कोई भी विवाद नहीं था। दोनों ने एक साथ पार्टी को आगे बढ़ाया था। बताया जाता है कि अपने उम्मीदवारों को घोषित करने के लिए शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच में विवाद पैदा हुआ था।
बहू की जीत के बाद एक हुए चाचा-भतीजे
मैनपुरी में डिंपल यादव ने शानदार जीत हासिल की है। जिसके बाद एक बार फिर शिवपाल यादव और अखिलेश यादव एक हो गए हैं। आप यह भी कह सकते हो कि घर की बहू की जीत के कारण दोनों चाचा-भतीजे एक हुए हैं। मैनपुरी चुनाव में डिंपल यादव ने रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल की है।
मुलायम सिंह के बाद अकेले हो गए थे अखिलेश यादव
वहीं, राज्य स्तर पर चर्चा चल रही है कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अखिलेश यादव अकेले हो गए थे। जिसकी वजह से उन्होंने शिवपाल यादव से समर्थन मांगा था। डिंपल यादव की जीत के बाद यह सुनहरा मौका है। जब दोनों चाचा-भतीजे एक हो गए हैं। अखिलेश यादव ने खुद अपने हाथों से शिवपाल यादव की गाड़ी पर समाजवादी पार्टी का झंडा लगाया। इस दौरान शिवपाल यादव ने कहा कि अब 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी की जाएंगी। आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अभी से कार्य कर रही है।