धामपुर सीट पर सपा उम्मीदवार की जंग योगी आदित्यनाथ के नाम से होगी

कौन जीतेगा यूपी : धामपुर सीट पर सपा उम्मीदवार की जंग योगी आदित्यनाथ के नाम से होगी

धामपुर सीट पर सपा उम्मीदवार की जंग योगी आदित्यनाथ के नाम से होगी

Tricity Today | बिजनौर जनपद में ग्राउंड रिपोर्टिंग

कौन जीतेगा यूपी ! आज यह सवाल पूछने की बारी बिजनौर जिले में धामपुर विधानसभा सीट के लोगों की है। धामपुर से अभी भारतीय जनता पार्टी के अशोक कुमार राणा विधायक हैं। पिछले यानी वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में अशोक राणा ने अपने परंपरागत प्रतिद्वंदी और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ठाकुर मूलचंद चौहान से यह जीत हासिल की थी। अगर वोटों के बंटवारे की बात करें तो अशोक राणा को 82,169 वोट मिले थे। ठाकुर मूलचंद चौहान को 64,305 वोट मिले थे। इस सीट पर तीसरे प्रत्याशी बहुजन समाज पार्टी के मोहम्मद गाजी थे। उन्हें 42,836 वोट मिले। चौंकाने वाली बात यह है कि अच्छे-खासे जाट मतदाताओं वाली इस सीट पर राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार नईमुद्दीन को केवल 659 वोट ही मिल पाए थे।



आपको इस विधानसभा सीट के बारे में एक जानकारी और देना चाहेंगे। पिछले 5 चुनावों में इस इलाके से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अशोक कुमार राणा और समाजवादी पार्टी के ठाकुर मूलचंद चौहान आमने-सामने रहे हैं। इन 5 मुकाबलों में तीन बार ठाकुर मूलचंद चौहान और दो बार अशोक कुमार राणा को जीत मिली है। यह इलाका भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है। यहां मूलचंद चौहान ने ही वर्ष 1996 में पहली बार भाजपा को शिकस्त देकर समाजवादी पार्टी को जीत हासिल करवाई थी। तब से इन दोनों उम्मीदवारों के बीच हर चुनाव बेहद दिलचस्प रहा है।

अब अगर आने वाले विधानसभा चुनाव की बात करें तो मुकाबला एक बार फिर रोचक होने की उम्मीद है। इस विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक, ठाकुर और दलित वोटरों का बोलबाला है। अल्पसंख्यक और ठाकुर मतदाता लगभग बराबर संख्या में हैं। इसके अलावा सैनी, जाट, ब्राह्मण, वैश्य, गुर्जर, सिख और अन्य पिछड़ा वर्ग की कई दूसरी जातियों के वोटर भी हैं, लेकिन इनकी स्थिति निर्णायक नहीं है। जिस तरह इस विधानसभा सीट का ट्रेंड रहा है, उसे देखते हुए इस बार पूर्व मंत्री ठाकुर मूलचंद चौहान का पलड़ा भारी नजर आता है। दरअसल, 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अशोक कुमार राणा को ठाकुर मतदाताओं ने एकतरफा समर्थन किया था। दूसरी ओर अल्पसंख्यक वोट समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच बंट गए थे। 

इस बार बहुजन समाज पार्टी बेहद कमजोर नजर आ रही है और मुस्लिम वोटर पूरी तरह समाजवादी पार्टी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि सपा और भाजपा के उम्मीदवार एक ही बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। इसलिए मौके की नजाकत को देखते हुए ठाकुर समाज के वोटर रुख बदलते रहते हैं। वोटरों का यह भी कहना है अशोक राणा को योगी आदित्यनाथ के नाम का फायदा मिल सकता है। दरअसल, ठाकुर समाज में योगी के नाम पर मजबूत लामबंदी चल रही है। कुल मिलाकर धामपुर विधानसभा सीट पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच कांटे का मुकाबला देखने के लिए मिलेगा।

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