भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में किसान सम्मेलन आयोजित करने का एलान किया तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को भगवा पार्टी के इस अभियान पर तंज करते हुए ट्वीट किया है। अखिलेश यादव ने भाजपा और सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने हैशटैग 'नहीं चाहिए भाजपा' के साथ रविवार को ट्वीट किया, “अमीरों के चारण बनकर जो बैठे हैं दरबारों में, झूठ फैलाने निकले वो गांव, गली, चौपालों में।''
इसके पहले सपा की ओर से आज जारी एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा “समाजवादी पार्टी किसानों की मांगों का समर्थन करती है और उसकी सहानुभूति किसानों के साथ है। समाजवादी पार्टी की 7 दिसम्बर से किसान यात्रा चल रही है और 14 दिसंबर को वह किसानों के समर्थन में सभी जिलों में धरना भी देगी।'' उन्होंने कहा है कि देश का किसान आंदोलित है और भारत सरकार उनके मन की बात सुनने के बजाय उन पर अपनी बात थोपने में लगी है। अखिलेश ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में बहुमत का रोडरोलर चलाकर अन्नदाता समुदाय की आवाज को कुचलने का कोई भी प्रयास उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
यादव ने कहा, ''यह तो सभी मानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और अहंकारी भाजपा याद रखे यहां 'प्रधान' शब्द तक 'कृषि' के बाद आता है। सत्ताधारी न भूलें कि हमारे देश में किसान ही प्रथम है और प्राथमिक भी। किसान अपना हक मांग रहे हैं, वे दृढ़ निश्चयी हैं कि वे इसे लेकर रहेंगे।'' सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि सपा अध्यक्ष के निर्देश पर सात दिसंबर से प्रारंभ किसान यात्रा आज सातवें दिन भी जारी रही। हजारों समाजवादी कार्यकर्ताओं ने पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर तथा बैलगाड़ी से अपने जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में किसान यात्राएं निकालीं और लोगों को समाजवादी पार्टी की नीतियों से अवगत कराने के साथ किसानों की मांगों के प्रति समर्थन का भी भरोसा दिलाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन किसान यात्रा में शामिल नेताओं के घर दबिश डालने के साथ उनकी गिरफ्तारी कर रहा है तथा उन्हें नज़रबंद कर रहा है।