Lucknow News : प्रदेश लोक सेवा आयोग ने साल 2022 की उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा का अंतिम चयन परिणाम बुधवार को घोषित कर दिया। 303 पदों के लिए कराई इस परीक्षा में 302 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। एक रिक्त का परिणाम सुप्रीम कोर्ट में विचारधीन होने के कारण घोषित नहीं किया गया। सफल अभ्यर्थियों में 165 बेटियां हैं। आयोग ने यह भर्ती रिकार्ड साढ़े छह माह में पूरी की है।
303 पदों के लिए कुल 959 का साक्षात्कार
बता दें, इससे पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (पीसीएस-जे) भर्ती साल 2022 के लिए साक्षात्कार समाप्त हो गए। आखिरी दिन विशेषज्ञों ने अभ्यर्थियों से परिस्थिति एवं विषय आधारित कई प्रश्न पूछे। एक अभ्यर्थी से पूछा कि दहेज मृत्यु से संबंधित भारतीय दंड संहिता में क्या प्रावधान है, मृत्युकालिक कथन यदि सामान्य व्यक्ति, डॉक्टर या मजिस्ट्रेट के समक्ष किया जाता है तो साक्ष्यिक मूल्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यदि पुलिस अधिकारी किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज देता है और मजिस्ट्रेट उसको जमानत पर छोड़ देता है तो मजिस्ट्रेट पुलिस अधिकारी के कार्य में हस्तक्षेप नहीं करता है? इसके अलावा बेयर और डबल जियोपार्डी के प्रावधान आदि के बारे में भी पूछा गया। पीसीएस-जे के 303 पदों के लिए कुल 959 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था।
प्रारंभिक परीक्षा में 3145 अभ्यर्थी सफल हुए
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा-2022 के प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया था। इसमें 3145 अभ्यर्थी सफल हुए, जो अब मुख्य परीक्षा में शामिल हुए। यह परीक्षा 12 फरवरी को दो पालियों में आयोजित की गई थी। पीसीएस जे के 303 पदों पर भर्ती के लिए 11 दिसंबर 2022 को विज्ञापन जारी किया गया था। 79,565 ने अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षा में 50,837 अभ्यर्थी उपस्थित हुए थे। 3,145 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया।
न्यायधीशों के परिवार से भाई बहन का चयन
उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा (सिविल जज, जूनियर डिवीजन) में आगरा के भाई- बहन का चयन हुआ। खंदौली के नगला अर्जुन की रहने वाली शैलजा की 51वीं और उनके भाई सुधांशु की 276वीं रैंक है। पिता आरबी सिंह मौर्य सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं। शैलजा के बड़े भाई अर्जित सिंह भदोही में सिविल जज हैं।