Superintendent Engineer Fell From The Chair After Hearing The Threat Of Hostage In Shamli
विद्युत विभाग के ड्रामेबाज अधिकारी का वीडियो वायरल : किसानों ने मांगी बिजली तो अधिकारी को लगा करंट, पहले कुर्सी से गिरे फिर लिखा 'मुझे कुछ हुआ तो किसान जिम्मेदार'
Tricity Today | विद्युत विभाग के ड्रामेबाज अधिकारी
Shamli News : एक्टिंग केवल पर्दे पर ही नहीं होती बल्कि कभी-कभी एक्टिंग डर की वजह से भी हो जाती है। ऐसा ही एक मजेदार मामला शामली के विद्युत विभाग में देखने को मिला। जब एक बिजली विभाग का अधिकारी इतना डर गया कि अचानक ही उसके अंदर का कलाकार जाग उठा और अपनी अदाकारी का जोरदार नमूना पेश करते हुए कुर्सी से गिरने का शानदार नाटक प्रस्तुत किया। इस वायरल वीडियो को जो भी देखता है वही हंसे बिना नहीं रहता। बताया जाता है कि भाकियू कार्यकर्ताओं ने कई मांगों को लेकर ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर घेराव और धरने का ऐलान किया था। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कार्यालय का ताला लगाकर अधीक्षण अभियंता को बंधक बनाने की बात कही। जिसे सुनकर घबराए अधीक्षण अभियंता ने कुर्सी से गिरने का नाटक किया।
क्या है पूरा मामला
विद्युत विभाग के ड्रामेबाज अधिकारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में शामली के कार्यकर्ता पउप्र के महासचिव कपिल खाटियान और युवा जिलाध्यक्ष आशीष चौधरी के साथ नलकूप मीटर के विरोध में अधीक्षण अभियंता रामकुमार से वार्ता करने उनके कार्यलय पहुंचे थे। वार्ता ठीक-ठाक चल रही थी, तभी अफसर महोदय को न जाने किस कीड़े ने काटा, पहले तो उन्होंने कुर्सी से गिरने की जोरदार एक्टिंग की और माथे पर हाथ रखते हुए उठे। फिर कलम उठाई और वहां रखे पेपर पर लिख दिया कि 'मुझे कुछ हुआ तो किसान जिम्मेदार'। इसके बाद अधीक्षण अभियंता रामकुमार अपना फोन मैज से उठते हैं और ऑफिस से निकल जाते हैं। इस घटना की किसान नेता वीडियो बना रहे थे। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा खूब वायरल की जा रही है और लोग कमेंट कर अधीक्षण अभियंता की चुटकी ले रहे हैं।
अधीक्षण अभियंता ने दी शिकायत
इस मामले में अधीक्षण अभियंता रामकुमार ने भाकियू नेता कपिल खाटियान सहित चार लोगों को नामजद करते हुए पुलिस को तहरीर दी है। इसमें अधीक्षण अभियंता ने बताया कि भाकियू नेता खेड़ी करमू स्थित मंडल कार्यालय में घुस आए और नलकूप संयोजन में लगे मीटर को उतारने और विद्युत चोरी के प्रकरण में दबाव बनाने लगे। इसके साथ कार्यालय के सभी दरवाजे बंद कर दिए और कपिल खाटियान, गयूर हसन, आशीष चौधरी और ब्रह्मपाल नाला ने धमकाना शुरू कर दिया। जिससे सरकारी काम में बाधा हुई और अधीक्षण अभियंता रामकुमार का रक्तचाप धीमा हो गया जिस के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।