Tricity Today | एंबुलेंस में गूंजी नवजात की किलकारी
Baghpat News : उत्तर प्रदेश में संचालित 102 एम्बुलेंस में नवजात की किलकारी से गूंज उठी। बागपत के गांव बूड़ेरा के निवासी शालू (30 वर्ष) को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 102 एम्बुलेंस बुलाई थी। एम्बुलेंस उन्हें लेकर अस्पताल जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। एम्बुलेंस कर्मचारी नकुल शर्मा (ईएमटी) ने अपनी सूझबूझ से महिला का एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया। मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं। जिसके बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
महिला को प्रसव पीड़ा
एम्बुलेंस में कार्यरत ईएमटी नकुल शर्मा और पायलट अंग्रेज यादव ने बताया कि कल रात्रि में 8 बजे जानकारी मिली कि बागपत क्षेत्र बुडेढा ग्राम के नगर निवासी शालू (30 वर्ष) पत्नी मनोज को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की जरूरत है। सूचना मिलते ही वे एम्बुलेंस लेकर पहुंच गए। एंबुलेंस चालाक मरीज को लेकर जिला संयुक्त चिकित्सालय जा रहे थे, इसी दौरान महिला को प्रसव पीड़ा बढ़ गई।
2 किलोमीटर पहले एम्बुलेंस
एम्बुलेंसकर्मी ने बताया कि मेरठ रोड टटीरी फाटक से लगभग 2 किलोमीटर पहले एम्बुलेंस सड़क पर किनारे लगाकर सुरक्षित प्रसव कराया गया। इसके बाद जच्चा-बच्चा को प्राथमिक स्वाथ्य केन्द्र में भर्ती करा दिया गया। जहां डॉक्टर डॉक्टर की निगरानी में जच्चा-बच्चा दोनों ही पूरी तरह स्वास्थ्य हैं। वहीं, परिजनों ने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सरकारी एम्बुलेंस सेवा और एम्बुलेंस कर्मचारियों की सराहना की।
डिलीवरी किट उपलब्ध
एम्बुलेंस प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि 102 सेवा पूरी तरह से निशुल्क है। 102 एम्बुलेंस गर्भवती महिलाओं और 2 साल तक के बच्चों को घर से सरकारी अस्पताल ले जाती है। आकस्मिक स्थिति के लिए एम्बुलेंस में डिलीवरी किट उपलब्ध रहती है और एम्बुलेंस स्टाफ इसके लिए प्रशिक्षित हैं। इसलिए डिलीवरी के मामले में सभी 102 एम्बुलेंस का प्रयोग करना चाहिए। वहीं, 108 एम्बुलेंस सेवा से किसी भी प्रकार की इमरजेंसी में सरकारी अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस की मदद ली जा सकती है।