Tricity Today | पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली शुरू
Uttar Pradesh News : पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद अब टोल वसूली भी शुरू हो गई है। रविवार को उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने नारियल फोड़कर और पूजा अर्चना करके पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली की शुरुआत की है। इससे उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व को बड़ा फायदा होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की लंबाई 340 किलोमीटर है, जो उत्तर प्रदेश के लोगों को जोड़ता है। यह अभी तक का भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जो लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर तक जाता है।
2 दिनों में फास्टैग लगेगा, यात्रियों की सुविधा के लिए कड़े बंदोबस्त
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के टोल टैक्स बूथ पर फास्टैग की सुविधा नहीं है। प्रयास जारी है कि आगामी 2 दिनों के भीतर टोल बूथ पर फास्टैग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। जिससे टोल बूथ पर भीड़ नहीं लगेगी। लखनऊ से गाजीपुर और गाजीपुर से लखनऊ वाले टोल प्लाजा ओर दोनों तरफ 13 बूथ हैं। एक्सप्रेसवे पर एंट्री और एग्जिट के 11 छोटे प्लाजा है। बीच में से भी सफर करने वाले को टोल देना होगा। एक्सप्रेसवे पर स्थापित सभी टोल प्लाजा के संचालन, टोल कलेक्शन, 6 एंबुलेंस और 12 पेट्रोलिंग वाहनों के लिए चयनित एजेंसी को कैबिनेट का अनुमोदन पहले ही मिल चुका है। राज्य सरकार को टोल वसूली से राजस्व मिलने के साथ ही वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी। इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा भी मिल सकेगी।
पीएम मोदी ने 16 नवंबर 2021 को किया था उद्घाटन
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 नवंबर 2021 को किया था। यह पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की एक महत्वपूर्ण परियोजना है। अब यह सपना साकार हो गया है। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से उत्तर प्रदेश के दो बड़े जनपद आपस में जुड़ गए हैं। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली से गाजीपुर तक की यात्रा केवल 10 घंटे में की जा सकती है।
ये हैं पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की खासियत
अभी तक चालू यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। एक्सप्रेसवे पूर्व में गाजीपुर शहर से राज्य की राजधानी लखनऊ के चांद सराय गांव को (आजमगढ़ और अयोध्या के माध्यम) से जोड़ता है। इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा ₹22,494 करोड़ की लागत जिसमें भूमि अधिग्रहण का मूल्य भी शामिल है से विकसित किया गया है। सुल्तानपुर में कुरेभार नामक स्थान पर इस एक्सप्रेसवे पर 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी भी है। जिसपर वायुसेना के लड़ाकू विमान और भारी कार्गो विमान जैसे हर्क्युलीज सी-24 भी उतर सकते हैं और आपातकाल में उड़ान भर सकते हैं। यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से गाजीपुर के बीच 9 जिलों से होकर गुजरेगा जिनमें प्रमुख हैं, जो लखनऊ से शुरु होकर बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर में समाप्त हो जाएगा। एक्सप्रेसवे को वाराणसी-गोरखपुर राजमार्ग के साथ एक अलग लिंक सड़क के माध्यम से जोड़ा जाना है।
लखनऊ से गाजीपुर तक कितना टोल टैक्स
कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहन - 675 रुपए
हल्के व्यावसायिक या माल यान, मिनी बस - 1065 रुपए
बस या ट्रक - 2,145 रुपए
भारी निर्माण कार्य मशीन, भू-गतिमान उपस्कर, बहुधुरीय यान - 3,285 रुपए
ओवरसाइज्ड व्हीकल - 4,185 रुपए