Meerut News : मेरठ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जाट संसद में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने और मेरठ को उसकी राजधानी बनाने की बात कहकर इस मुद्दे को नए सिरे से हवा दे दी। संजीव बालियान मेरठ के सुभारती विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जाट संसद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इसके अलावा जाट समुदाय को केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, सर छोटूराम और राजा महेंद्र प्रताप को भारतरत्न देने की भी मांग उठाई।
टांग खींचने की प्रवृत्ति ने किया जाट को कमजोर
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने अपनी बात का समर्थन करते हुए कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश सबसे समृद्ध प्रदेश होगा। मेरठ सबसे बड़ा है, इसलिए राजधानी होना चाहिए। यहां की आबादी 8 करोड़ है। हाईकोर्ट यहां से 750 किलोमीटर दूर है। ऐसे में यह मांग पूरी तरह जायज है। उन्होंने आरक्षण का समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी ने जाटों को आरक्षण दिया था। इस फैसले के खिलाफ कौन अदालत में गया, सब जानते हैं। जाट समाज को आरक्षण देने के मामले में वह नेताओं के साथ हैं। उन्होंने कहा कि अकेले समाज से कोई गांव का प्रधान नहीं बन सकता। टांग खींचने की प्रवृत्ति के कारण राजनीतिक रूप से जाट कमजोर पड़ गया है। इसे दूर करना होगा।
हरेंद्र और यशपाल मलिक में हुई नोकझोंक
पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक तल्ख तेवर में नजर आए। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कहा, यहां बैठे रिटायर्ड आईएएस एसके वर्मा ने आरक्षण के मसले में हमारी और यशपाल की मदद की, तो मंच पर बैठे यशपाल मलिक ने इसका विरोध किया। इस पर हरेंद्र मलिक ने कहा कि यशपाल जी आप झूठ बोल रहे हैं, हमें झूठा बता रहे हैं, हम झूठ नहीं बालते, किसी और को छेड़िये, मुझे छेड़ने की कोशिश ना करो। इतना कहने के बाद हरेंद्र मलिक ने धन्यवाद कर अपना भाषण खत्म किया और मंच से उतर कर चले गए। यह नोकझोंक चर्चा का विषय बन गई।
हजारों की संख्या में जुटे जाट
सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ के मांगल्य कन्वेंशन सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद में हजारों की संख्या में लोग जुटे। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानिया ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद में विदेशों से जाट समाज के लोग पहुंचे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, सर छोटू राम और राजा महेंद्र सिंह को भारतरत्न दिया जाए, केंद्र में ओबीसी वर्ग में आरक्षण, बेगम पुल रैपिड स्टेशन का नाम चौधरी चरण सिंह के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया।