उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (UP ATS) ने धर्मांतरण मामले में गिरोह से जुड़े तीन और आरोपी इरफान, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान व राहुल भोला को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी इस्लामिक दावा चलाकर मूक बधिर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी मौलाना उमर गौतम और जहांगीर से रिमांड के दौरान हुई पूछताछ के बाद की गई है। गिरफ्तार अभियुक्तों को एटीएस द्वारा न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र के बीड से गिरफ्तार आरोपी इरफान ख्वाजा खान एक इंटरप्रेटेटर है। वह दिल्ली में मिनिस्ट्री ऑफ़ चाइल्ड वेलफेयर में इंटरप्रेटेटर का कार्य करता है। जिसके कारण वह आम लोगों के बीच अच्छी पहुंच रखता है। आरोपी इरफान गैर मुस्लिम लोगों को इस्लाम का ज्ञान देता है तथा अन्य धर्मों की बुराइयां करता है। इरफान तरह-तरह के प्रलोभन देकर इस्लाम धर्म अपनाने के लिए लोगों को तैयार करता है।
राहुल भोला व मुन्नू यादव हैं मूकबधिर
गिरफ्तार आरोपी राहुल भोला मूक बधिर है तथा इरफान खान के साथ मिलकर मूक बधिरों को धर्मांतरण की तरफ प्रेरित करता है। इसके द्वारा मुन्नू यादव व आदित्य गुप्ता इत्यादि का धर्म परिवर्तन कराया गया है। वहीं मन्नु यादव भी मूकबधिर है तथा इसके द्वारा आदित्य गुप्ता का धर्मांतरण कराया गया। इसके द्वारा अपने घर के पूजा स्थल पर रखी गई मूर्ति को तोड़ दिया गया था। मन्नू यादव इस्लाम धर्म के प्रति अधिक कट्टर हो गया है। एटीएस द्वारा उमर गौतम के IDC में धर्मान्तरित हुए उत्तर प्रदेश के व्यक्तियों का सत्यापन कराया जा रहा है।
विदेशों से होती है फंडिंग
एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि इस्लामिक दावा सेंटर चलाने वाले उमर गौतम को विदेशों से पैसे की फंडिंग की जाती है। विवेचना के दौरान यह पता चला है कि 2010 से 2021 तक नगद व चेक के माध्यम से एक करोड़ 82 लाख 83 हजार 210 रुपए का ट्रांजैक्शन किया जा चुका है। प्रकाश में आया है कि अभियुक्त उमर गौतम के द्वारा अपनी तथा अपने परिवार के व्यक्तिगत बैंक खातों का प्रयोग विदेशों से धन लेने के लिए किया गया है। यह फॉरेन करेंसी रेगुलेशन एक्ट 2010 के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। अभियुक्त उमर गौतम द्वारा फातिमा चैरिटेबल ट्रस्ट के खातों में आए धन को व्यक्तिगत रूप से उपयोग करने हेतु अपने परिवार के बैंक खातों में स्थानांतरित किया गया है। उसके द्वारा इस ट्रस्ट का आज तक न तो कोई ऑडिट कराया गया है न ही कोई इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया गया है।
32 जिलों में जांच जारी
ATS के द्वारा उमर गौतम के इस्लामिक दावा सेंटर में धर्मांतरित हुए व्यक्तियों का भी सत्यापन कराया जा रहा है। इसके लिए 32 ज़िलों जिनमें प्रयागराज, बुलंदशहर, बिजनौर, कानपुर, मेरठ, मथुरा भी शामिल हैं। इनके पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर कार्रवाई की जा रही है। जो तथ्य प्राप्त होंगे उसमें पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान आगे की पूछताछ की जाएगी। इसके अतिरिक्त लखनऊ, गाजियाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, नोएडा, वाराणसी, आजमगढ़ और आगरा में ATS के द्वारा स्वयं भी सत्यापन किया जा रहा है।