मोहम्मद सलीम, हाफिज इदरीस और कुणाल चौधरी | मोहम्मद सलीम, हाफिज इदरीस और कुणाल चौधरी
लखनऊ। अवैध धर्मान्तरण मामले में गिरफ्तार कलीम के तीनों साथियों को एनआइए/एटीएस कोर्ट ने सात दिन की रिमांड की अनुमति दे दी है। ये रिमांड मंगलवार सुबह 10 बजे से शुरू होगी। बता दें कि यूपी एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी के तीन अन्य साथी मोहम्मद सलीम, हाफिज इदरीस और कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ चौधरी को बीते रविवार को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के खातों में 20 करोड़ की धनराशि मिली है। जिसकी जानकारी आरोपी नहीं दे पाए हैं। अवैध धर्मांतरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने और धर्मांतरण के लिए हवाला के जरिये विदेशों से पैसा मंगाने का आरोपियों पर आरोप है।
कलीम के बताए रास्ते पर चलते थे आरोपी
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि कलीम जहां भी धर्मांतरण के कार्यों के लिए जाता है, वहां उसके सहयोग के लिए हाफिज इदरीस, मोहम्मद सलीम और कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ साथ-साथ रहते हैं। सलीम 17 साल से और इदरीस 20 साल से कलीम के साथ है। यह दोनों धर्मांतरण के लिए लोगों से संपर्क करते थे और इस्लाम धर्म में शामिल होने की दावत देते थे। इदरीस कलीम की ट्रस्ट जमीअतुल इमाम वलीउल्लाह अल इस्लामिया के लिए फंड जुटाने का काम करता था। वह कलीम द्वारा संचालित मदरसे में भी सक्रिय भूमिका अदा करता था। यहां धर्मांतरण के लिए महत्वपूर्ण चरण तरबियत को अंजाम दिया जाता था।
यूपी एटीएस की पूछताछ में हुए कई खुलासे
यूपी एटीएस से पूछताछ में मौलाना ने बताया कि मैंने उम्मत को बढ़ाने की जिम्मेदारी को अपना फर्ज बनाया है और जब भी हम किसी का धर्म परिवर्तन कराते हैं तो उससे विदेश में बैठे अपने सहयोगियों को अवगत कराने पर उन्हें इस्लाम में बनाए रखने के साथ और लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए काफी पैसा देते हैं। जिससे मुझे व्यक्तिगत तौर पर काफी आर्थिक लाभ प्राप्त होता है। कलीम ने यह भी बताया कि जहां भी मैं जाता हूं, वहां मेरे सहयोग के लिए मेरे साथ हाफिज इदरीश, मोहम्मद सलीम और कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ व मेरे अन्य साथी भी इस काम में शामिल रहते हैं।
पिछले 17 साल से चला रहे सिंडिकेट
बता दें कि आरोपी सलीम पिछले 17 सालों से अभियुक्त शकील सिद्दीकी के साथ मिलकर धर्मांतरण के काम में कलीम सिद्दिकी को सहयोग कर रहा है। धर्मांतरण के लिए लोगों से संपर्क करने और कहीं आने-जाने या किसी को ले जाने समेत अन्य कार्यों में सलीम कलीम सिद्दिकी के बताए अनुसार कार्य करता था।
पहले भी हो चुकी हैं कई गिरफ्तारी
यूपी एटीएस ने 20 जून को कथित अवैध धर्मांतरण गिरोह संचालित करने के आरोप में मौलाना उमर गौतम समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था। इसी सिलसिले में 21 सितंबर को मेरठ से मौलाना कलीम सिद्दीकी को भी गिरफ्तार किया गया। एटीएस का दावा है कि रविवार को पकड़ा गया अभियुक्त सलीम पिछले 17 साल से कलीम के साथ मिलकर अवैध धर्मांतरण के काम में सहयोग कर रहा था। इसी तरह कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ और इदरीस भी कलीम सिद्दीकी के सहयोग से धर्मांतरण कार्यों में लिप्त थे।