Agra News : हत्या और आत्महत्या की खबरें रोज मीडिया की सुर्खियां बनती रहती हैं। लेकिन, उत्तर प्रदेश के आगरा से एक ऐसी खबर आई है, जिसे सुनकर आपका दिल दहल जाएगा। हालांकि पुलिस अभी इस नतीजे पर नहीं पहुंची है कि यह हत्या है या आत्महत्या। अगर, आत्महत्या भी है तो यह बेहद विचलित करने वाला है। आगरा जिले के मोरी गांव के एक मकान का कमरा। कमरे में महिला का गला कटा शव। पास ही खून से सना चाकू और एक सुसाइड नोट। इसे पढ़कर पुलिस के होश उड़ गए। हत्या या आत्महत्या का ऐसा मसला शायद ही कभी उसके सामने आया हो। सुसाइड नोट में लिखा था, मैं मीरा, अपने गोविंद के लिए जान दे रही हूं। गोपाल कृष्ण ही मेरे आराध्य हैं। अब इस नश्वर शरीर से कोई मोह नहीं। पुलिस ने मामला हत्या में दर्ज किया है। हालांकि सुसाइड नोट सामने आने के बाद पुलिस हत्या और आत्महत्या की गुत्थी में उलझ गई है। पुलिस हैंड राइटिंग मिलान के बाद ही हत्या और आत्महत्या का निर्णय करेगी।
क्या है पूरा मामला
किरावली के गांव मोरी के रहने वाले हरेंद्र स्कूल बस चलाते हैं। उन्होंने बताया कि सुबह करीब नौ बजे बाजार से सब्जी लेकर घर लौटे थे। आठ वर्षीय बड़े बेटे ध्रुव को सब्जी दी। कहा, जा बेटा, मां को दे दे। वह अंदर गया तो कमरे में मां मीरा देवी का खून से लतपथ शव जमीन पर पड़ा था। आंखें खुली हुई थीं। यह देख उसकी चीख निकल गई। स्वजन समेत आसपास के लोग पहुंच गए। सूचना पर पुलिस उपायुक्त पश्चिम सोनम कुमार, सहायक पुलिस आयुक्त सैयद अरीब अहमद पहुंच गए। विधि विज्ञान विशेषज्ञ और श्वान दस्ते को भी बुला लिया गया। पुलिस ने मौके से चाकू और सुसाइड नोट बरामद किया। हादसे के बाद से दोनों बेटे आठ वर्षीय ध्रुव और पांच वर्षीय हर्ष दहशत में हैं। पुलिस ने उन्हें चुप कराया और ध्रुव से जानकारी ली। पुलिस उपायुक्त सोनम कुमार ने बताया कि सुसाइड नोट को हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा। हैंड राइटिंग मिलान के बाद ही विवेचना में इसको शामिल किया जाएगा। अभी पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।
ससुरालीजन कर रहे थे परेशान
मथुरा के गांव नगला धाम के रहने वाले वाले हरिपाल सिंह ने बताया कि बहन मीरा का विवाह 11 वर्ष पूर्व हरेंद्र से हुआ था। आरोप है कि शादी के बाद से ही बहन का ससुराल में उत्पीड़न हो रहा था। आएदिन मारपीट की जाती थी। कई बार शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने उनकी तहरीर पर बहन के पति हरेंद्र, जेठ ओमकार, पप्पू, जेठानी ललितेश, नेमवती, ससुर दीवान सिंह और सास के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
ये है सुसाइड नोट
मौके से मिले सुसाइड नोट में कथित रूप से मीरा की ओर से लिखा है, मेरी आखिरी इच्छा है कि ससुराल वालों को कोई दोष न दे। अंगुली न उठाए, क्योंकि मेरे इस शरीर को त्यागने में इनकी कोई गलती नहीं है। इनकी वजह से ही मैं अपने गोपाल से मिल पाई हूं। मैं अपनी सांसें अपने गोविंद के चरणों में समर्पित करना चाहती हूं, क्योंकि अब मुझे सांसारिक सुख सब फीका लग रहा है। मेरे मन को तो ले गया वो अब जीऊं कैसे।