पार्थिव शरीर के साथ योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे अलीगढ़, बेटे ने कहा- 'बाबूजी' का जन्म राम मंदिर के लिए ही हुआ

'बाबू जी' के अंतिम दर्शन : पार्थिव शरीर के साथ योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे अलीगढ़, बेटे ने कहा- 'बाबूजी' का जन्म राम मंदिर के लिए ही हुआ

पार्थिव शरीर के साथ योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे अलीगढ़, बेटे ने कहा- 'बाबूजी' का जन्म राम मंदिर के लिए ही हुआ

Tricity Today | पार्थिव शरीर के साथ योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे अलीगढ़

कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अलीगढ़ पहुंच गया है। कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर जैसे ही अलीगढ़ पहुंचा, चारों तरफ 'जयश्रीराम' और 'बाबू जी अमर रहे' के नारे लगने लगे। कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अलीगढ़ के स्टेडियम में रखा गया है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी अलीगढ़ में है। योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह को पुष्प अर्पित किए है। 

बुलंदशहर में होगा संस्कार
कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार बुलंदशहर के नरौरा में होगा। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ इस समय अलीगढ़ में मौजूद हैं। वह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के साथ हैं। कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार बुलंदशहर के नरौरा में किया जाएगा। उनके अंतिम संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ी की व्यवस्था की गई है। साथ ही उनके अंतिम संस्कार के लिए 11 आर्य समाज के आचार्य बुलाए गए हैं। जो पूरे रीति रिवाज के साथ बाबूजी का अंतिम संस्कार करेंगे।

 ''बाबूजी" का जन्म राम मंदिर के लिए ही हुआ
कल्याण सिंह के निधन के बाद अपने पिता के पार्थिव शरीर को देखने के बाद उनके बेटे और एटा सांसद राजवीर सिंह के कहा कि ''बाबूजी का जन्म राम मंदिर के लिए ही हुआ था। आज वह भगवान राम की शरण में चले गए हैं। मैं और मेरा परिवार राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। हमसे जो बन पड़ेगा करेंगे और बाबूजी के सपने को पूरा करने में अपना धर्म निभाएंगे।"

भाजपा के झंडे में लिपटाया गया पार्थिव शरीर
जब कल्याण सिंह (बाबू जी) का पार्थिव शरीर लखनऊ में भाजपा कार्यालय में था तो उस समय जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर भाजपा का झंडा रखा। बताया जाता है कि यह बाबूजी की अंतिम इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनके शव को भाजपा के झंडे में लिपटाया जाए। देश के पीएम और देश के अन्य बड़े-बड़े दिग्गज नेता कल्याण सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे है। 

अलीगढ़ में हुआ था जन्म
कल्याण सिंह का जन्म 6 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम तेजपाल लोधी और माता का नाम सीता देवी था। कल्याण सिंह के 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और कई बार अतरौली के विधानसभा सदश्य के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में लोक सभा सांसद और राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके थे। पहली बार कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्ष 1991 में बने और दूसरी बार यह वर्ष 1997 में मुख्यमंत्री बने थे। ये प्रदेश के प्रमुख राजनैतिक चेहरों में एक इसलिए माने जाते हैं, क्योकि इनके पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान ही बाबरी मस्जिद की घटना घटी थी।

पहली बार 1967 में की जीत का परचम लहराया
कल्याण सिंह ने पहली बार अतरौली विधान सभा इलाके से 1967 में चुनाव जीता और लगातार 1980 तक विधायक रहे।1980 के विधानसभा चुनाव में कल्याण सिंह को कांग्रेस के टिकट पर अनवर खां ने पहली बार पराजित किया।लेकिन भाजपा की टिकट पर कल्याण सिंह ने 1985 के विधानसभा चुनाव में फिर कामयाबी हासिल की। तब से लेकर 2004 के विधानसभा चुनाव तक कल्याण सिंह अतरौली से विधायक रहे।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.