योगी आदित्यनाथ हालात संभालने में जुटे, एडीजी और डीआईजी को मौके पर भेजा

लखीमपुर में बवाल : योगी आदित्यनाथ हालात संभालने में जुटे, एडीजी और डीआईजी को मौके पर भेजा

योगी आदित्यनाथ हालात संभालने में जुटे, एडीजी और डीआईजी को मौके पर भेजा

Google Image | CM Yogi Adityanath

LAKHIMPUR KHERI : लखीमपुर खीरी में हुए बवाल को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) खासे गंभीर नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार और डीआईजी रेंज लक्ष्मी सिंह को मौके पर भेज दिया है। दोनों शीर्ष अफसर लखीमपुर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बवाल को और बढ़ने से रोकने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। कुल मिलाकर योगी आदित्यनाथ अपने अफसरों के मुकाबले कहीं ज्यादा सक्रिय हैं।

मुख्यमंत्री ने पुलिस फोर्स से कहा- संयम बरतें
हालात संभालने के लिए लखीमपुर खीरी समेत राज्य मुख्यालय और आसपास के जिलों से पुलिस-पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स को लखीमपुर रवाना कर दिया गया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस फोर्स से संयम बरतने की बात कही है। मुख्यमंत्री के आदेश पर अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार और लखनऊ रेंज की उप पुलिस महा निरीक्षक लक्ष्मी सिंह लखीमपुर पहुंच गई हैं। योगी आदित्यनाथ अधिकारियों से पहले एक्शन में आ गए हैं। सीएम योगी बवाल को थामने की रणनीति बना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लखीमपुर गए दोनों शीर्ष अफसरों से कहा है कि फोर्स पर नियंत्रण रखें और धैर्य से काम लें।

अजय मिश्र ने दी सफाई
इस बवाल के बाद केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र ने बयान और सफाई देते हुए कहा, "हमारे बनवीरपुर गांव में हर साल एक प्रतियोगिता का आयोजन होता है। इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल होने पहुंचे थे। इसी दौरान किसान आंदोलन से जुड़े लोगों ने हमारे इस कार्यक्रम का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया।"

किसानों द्वारा किए गए हमले से हमारे ड्राइवर की मौत
अजय मिश्र कहा, "जब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को हमारी टीम रिसीव करने जा रही थी तो किसानों ने हमारे ड्राइवर के सिर पर पत्थर मारा। जिसमें हमारे ड्राइवर की मौत हो गई और गाड़ी अनियंत्रित हो गई। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। जिसके बाद किसानों ने हमारे काफिले में मौजूद गाड़ियों को भी जला दिया।" 

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