उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग (UP Backward Class Commission) का गठन कर दिया है। सहारनपुर के रहने वाले जसवंत सैनी को चेयरमैन नियुक्त किया गया है। आयोग में दो उपाध्यक्ष और 25 सदस्यों की नियुक्ति की गई है। आयोग में पूरे प्रदेश की प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। यह नियुक्तियां खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने की हैं। बुधवार को यूपी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन किया गया था।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सहारनपुर के जसवंत सैनी की उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आयोग में दो उपाध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। लखीमपुर खीरी के हीरा ठाकुर और गाजीपुर के प्रभुनाथ चौहान को उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इनके अलावा आयोग में 25 सदस्यों की नियुक्ति की गई है। मुजफ्फरनगर के जगदीश पांचाल, मेरठ के हरवीर पाल, अमरोहा के चंद्रपाल खड़गवंशी, गौतमबुद्ध नगर के बिजेंद्र भाटी, आगरा के राकेश कुशवाहा, झांसी के जगदीश साहू, चित्रकूट के राम रतन प्रजापति, अयोध्या के बलराम मौर्य और रघुनंदन चौरसिया को सदस्य नियुक्त किया गया है।
चंदौली के शिवमंगल बियार, बलिया के देवेंद्र यादव, देवरिया के डॉक्टर त्रिपुण्यक विश्वकर्मा, गोरखपुर के रामजीवन मौर्य, फतेहपुर के राधेश्याम नामदेव, अंबेडकर नगर के धर्मराज निषाद, कानपुर के अरुण पाल, मैनपुरी की ममता राजपूत लोधी, मथुरा के घनश्याम लोधी, सहारनपुर की सपना कश्यप, बुलंदशहर के रविंद्र राजौरा, बस्ती के शिवपूजन राजभर, मुरादाबाद के गिरीश वर्मा, कानपुर के रमेश वर्मा निषाद, प्रयागराज के जवाहर पटेल और वाराणसी के नरेंद्र पटेल को पिछड़ा वर्ग आयोग में सदस्य मनोनीत किया गया है।