Yamuna Expressway : यमुना एक्सप्रेसवे पर लोगों का सफर जल्द आसान होने वाला है। युमना एक्सप्रेसवे पर जल्दी ही टोल लेन को बढ़ाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे पर 10-10 नए लेन जोड़े जाएंगे। फिलहाल जेवर, मथुरा और आगरा टोल प्लाजा पर 28-28 लेन हैं। यानी, अपलाइन में 14 लेन और डाउन लाइन में 14 लेन है। इसे बढ़ाकर 19-19 लेन का करने की योजना बनाई गई है। इससे तीनों टोल प्लाजा पर टोल 38-38 लेन हो जाएंगे। जिसके बाद यात्रियों को अधिक सहूलियत होगी और उन्हें टोल पार करने के लिए जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा।
एक महीने के अंदर शुरू होगा कार्य
छुट्टियों के दिनों एक्सप्रेसवे पर भीषण जाम लग जाता है। छुट्टियों पर इस एक्सप्रेसवे पर लाखों वाहन गुजरते हैं। जिसे देखते हुए लेन की संख्या को बढ़ाने का फैसला किया गया है। जिसके बाद यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर, मथुरा और आगरा स्थित टोल प्लाजा पर अतिरिक्त लेन बढ़ाने का फैसला मार्च में लिया गया था। एक्सप्रेसवे का मैनेजमेंट संभालने वाली कंपनी जेपी इंफ्राटेक के जीएम संतोष पवार ने बताया है कि यमुना एक्सप्रेसवे के तीनों टोल प्लाजा पर लेन को बढ़ाने के लिए डीपीआर तैयार कराया जा रहा है। काम को एक माह के अनादर शुरू हो जाएगा। जिसके बाद चार माह में अतिरिक्त लेन को पूरा करा लिए जाने का दावा उन्होंने किया।
नहीं करना पड़ेगा इंतजार
संतोष पवार का कहना है कि टेंडर जारी होने के एक महीने के अंदर टोल प्लाजा पर अतिरिक्त लेन के निर्माण का कार्य शुरू करने की हम उम्मीद कर रहे हैं। काम को पूरा होने में चार माह लगेंगे। साथ ही नए बनने वाले सभी लेन में फास्टैग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उससे फास्टैग लगे वाहनों को आगे जाने की अनुमति होगी। यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेसवे का मैनेजमेंट संभालने वाली कंपनी को लेन में बढ़ोत्तरी का निर्देश दिए थे। सामान्य दिनों में एक्सप्रेसवे पर सुबह और शाम के समय में वाहनों को टोल प्लाजा पर 20 से 25 मिनट तक अपनी बारी का इंतजार करना होता है।
पहले इस रुट की तरफ बनेगी लेन
यमुना एक्सप्रेसवे के अधिकारियों ने कहा कि योजना पहले दिल्ली से आगरा की ओर और फिर कैरिजवे के दूसरी तरफ लेन की संख्या बढ़ाने की है। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। जिससे यातायात में दिकत न आए। एक बार निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद प्राधिकरण हर रोज एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले वाहनों की कुल संख्या और फास्टैग सुविधा के साथ टोल प्लाजा को पार करने में लगने वाले औसत समय का पता लगाने के लिए एक महीने तक अध्ययन करेगा। 14 फरवरी 2022 से फास्टैग सेवा के अनिवार्य होने के बाद इसे सभी लेन में बढ़ा दिया गया है। बिना फास्टैग लगे वाहनों के चालकों को दोगुना टोल चार्ज देना होगा।