यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर मंगलवार से फास्टैग (Fastag) की सुविधा शुरू हो गई है। इसके लिए एक सप्ताह से फास्टैग का ट्रायल किया जा रहा था। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने मंगलवार की शाम व्यवस्था की शुरुआत की है। मिली रिपोर्ट के आधार पर यमुना एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा पर दोनों तरफ दो-दो लेन में यह सुविधा शुरू की गई है। अब वाहन चालक टोल टैक्स का भुगतान फास्टैग के जरिए कर सकेंगे। इससे यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी। टोल प्लाजा पर लगने वाले समय की बचत होगी। टोल पर लगने वाले ट्रैफिक जाम पर काफी हद तक नियंत्रण हो जाएगा।
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि जून के पहले हफ्ते में फास्टैग शुरू करने की कवायद शुरू की गई थी, लेकिन इसमें अनेकानेक वजहों से देरी हुई है। अब प्राधिकरण ने फास्टैग का संचालन करने वाली कंपनी के साथ मिलकर प्रक्रिया पूरी कर ली है। 15 जून से एक्सप्रेसवे के जेवर, मथुरा और आगरा टोल प्लाजा पर फास्टैग का ट्रायल चल रहा था। ट्रायल रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को सिस्टम लागू कर दिया गया है।
रोजाना 35 हजार वाहन करते हैं आवागमन
आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे पर नोएडा और आगरा के बीच 3 टोल प्लाजा हैं। ये जेवर, मथुरा और आगरा में स्थित हैं। फिलहाल यहां कैश भुगतान करना पड़ता है। फास्टैग सुविधा शुरू हो जाने के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर जाने वाले वाहन चालकों को भारी राहत मिलेगी। इस एक्सप्रेसवे से होकर रोजाना यूपी-बिहार के लिए करीब 35 हजार वाहन निकलते हैं।
नौ साल पहले शुरू हुआ था एक्सप्रेसवे
यमुना एक्सप्रेसवे 6 लेन चौड़ा (8 लेन तक विस्तार योग्य) और 165.5 किमी लंबा है। आगरा में एनएच-2 पर कुबेरपुर से ग्रेटर नोएडा में परी चौक को जोड़ता है। यह भारत का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। यह दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग या मथुरा रोड पर भीड़भाड़ कम करने के लिए बनाया गया था। 12,839 करोड़ रुपये वाली इस परियोजना का उद्घाटन 9 अगस्त 2012 को यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था।