Tricity Today | जेवर में रोकी गई मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस
Greater Noida News : कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी रोपड़ से बांदा जाते हुए ग्रेटर नोएडा से गुजरा है। ग्रेटर नोएडा से आगरा तक की दूरी यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते तय होगी। उत्तर प्रदेश पुलिस का काफिला ग्रेटर नोएडा जीरो प्वाइंट से यमुना एक्सप्रेसवे पर चढ़ा। काफिला जेवर टोल प्लाजा के पास हाईवे मसाला रेस्टोरेंट से पहले पेट्रोल पंप पर रोका गया। यहां मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस में डीजल भरवाया गया। इस दौरान ग्रेटर नोएडा पुलिस और मुख्तार अंसारी के साथ चल रही पुलिस ने तगड़ी घेराबंदी करके रखी।
कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल लेकर जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस का काफिला ग्रेटर नोएडा से होकर गुजरा। कड़ी सुरक्षा के बीच ग्रेटर नोएडा के सिरसा टोल प्लाजा पर काफिले ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway) को छोड़ा। इसके बाद ग्रेटर नोएडा जीरो प्वाइंट से यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर आगरा की ओर कॉन्वे रवाना हो गया है।
मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस रोपड़ से बांदा ले जा रही है। पुलिस का काफिला सोनीपत से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़ा था। इसके बाद यमुना एक्सप्रेसवे से आगरा तक का सफर किया जाना है। पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव के पास टोल प्लाजा से शहर में एंट्री की। यहां तक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के जरिए काफिला पहुंचा। कासना, परी चौक होते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच काफिला यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर पहुंचा। यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर टोल प्लाजा के पास मौजूद पेट्रोल पंप पर मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस में डीजल भरवाया गया। इस दौरान ग्रेटर नोएडा पुलिस हाई अलर्ट पर रही।
सरकार और मुख्तार अंसारी दोनों की याचिको को कोर्ट ने किया था खारिज
आपको बता दें कि इस समय मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट के सामने उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्तार अंसारी दोनों की तरफ से दो ट्रांसफर की याचिका दाखिल की थी। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा था कि अंसारी पंजाब को पंजाब की जेल से निकालकर उत्तर प्रदेश की कोर्ट में शिफ्ट किया जाए। लेकिन मुख्तार अंसारी ने याचिका में कहा था कि उसकी जान को उत्तर प्रदेश में खतरा है। इसलिए उसे पंजाब की जेल से निकाल कर दिल्ली की जेल में शिफ्ट किया जाए। हांलाकि सुप्रीम कोर्ट ने दोनों की याचिकाओं को खारिज कर दिया था।