Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) का पतंजलि समूह (Patanjali Group) अप्रैल के महीने से अपनी महत्वकांक्षी परियोजनाओं पर काम शुरू करेगा। पतंजलि समूह की कंपनी यहां एक फूड पार्क और आयुर्वेद पार्क का निर्माण करेगी। परियोजना के दूसरे चरण में एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे की जानी है। सोमवार को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुणवीर सिंह (Arunvir Singh IAS) और आचार्य बालकृष्ण के बीच फोन पर प्रोजेक्ट को लेकर लंबी चर्चा हुई है।
पतंजलि समूह यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे 300 एकड़ क्षेत्रफल में फूड पार्क स्थापित करेगा। आयुर्वेद पार्क की स्थापना 130 एकड़ जमीन पर की जानी है। इस भूमि का आवंटन यमुना प्राधिकरण ने पतंजलि समूह को वर्ष 2016 में किया था। इस आवंटन को दिसंबर में 5 साल पूरे होने वाले हैं। आवंटन और लीज की शर्तों के मुताबिक 5 वर्षों में परियोजना पूरी हो जानी चाहिए। लिहाजा, समय सीमा नजदीक देखकर पतंजलि समूह ने निर्माण शुरू करने का निर्णय लिया है। आचार्य बालकृष्ण ने अरुणवीर सिंह को बताया कि अप्रैल महीने से फूड पार्क और आयुर्वेद पार्क का निर्माण शुरू हो जाएगा। कंपनी ने यमुना प्राधिकरण को जमीन की कीमत में बकाया 67 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया है।
किसानों को जोड़कर आय बढ़ाएंगे बाबा रामदेव
पतंजलि की इस परियोजना के साथ बाबा रामदेव किसानों को जोड़ेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दो गुना करने का लक्ष्य रखा है। जिसमें पतंजलि और बाबा रामदेव मदद करेंगे। पतंजलि के इस प्रोजेक्ट में फल, सब्जी, औषधियों और कृषि उत्पादों को प्रोसेस करके खाद्य सामग्रियां और दवाएं बनाई जाएंगी। पतंजलि का कहना है कि ग्रेटर नोएडा की यह परियोजना उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा।
प्रोजेक्ट में 6000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी कम्पनी
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ग्रेटर नोएडा में पतंजलि समूह के प्रस्तावित फूड पार्क को सब्सिडी दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 2018 में कैबिनेट ने योग गुरु बाबा रामदेव प्रचारित पतंजलि समूह को सब्सिडी प्रदान करने के लिए मंजूरी दी थी। सरकार का कहना है कि यह फूड पार्क निवेश लाएगा। रोजगार के अवसर पैदा करेगा और राज्य में किसानों की मदद भी करेगा। यमुना एक्सप्रेसवे के साथ एक मेगा फूड पार्क स्थापित करने की इस योजना में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश सम्भावित है। राज्य सरकार ने पहले पतंजलि आयुर्वेद को सब्सिडी दी थी। आवंटित की गई 455 एकड़ जमीन पार्क स्थापित करने के लिए अपनी सहायक कंपनी को हस्तांतरित कर दी थी। यह परियोजना करीब 25 हजार लोगों को रोजगार के अवसर देगी।