यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दनकौर क्षेत्र में दर्जनभर जगहों पर अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया। इसके लिए प्राधिकरण पहले से ही कमर कस चुका था। शुक्रवार को अथॉरिटी के कई अधिकारी और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की। इस दौरान करीब 5 हजार वर्ग मीटर पर अवैध कब्जे को मुक्त कराया गया। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह की कार्रवाई लगातार की जाएगी। क्षेत्र से अवैध कब्जे की जमीनों को मुक्त कराया जाएगा।
ओएसडी की अगुवाई में निकली टीम
यमुना अथॉरिटी के ओएसडी सदानंद गुप्ता, प्रोजेक्ट अधिकारी और दनकौर पुलिस की टीम ने प्राधिकरण के अधिसूचित और अधिग्रहित क्षेत्र में अवैध कब्जे और निर्माण को ध्वस्त करने का अभियान शुरू किया। इस टीम ने पहले चरण में सलारपुर अंडरपास के करीब दो जगहों पर कार्रवाई की। यहां कॉलोनाइजर द्वारा बनाई गई अवैध कॉलोनी की चारदीवारी और उन में जारी निर्माण कार्यों को बंद कराया गया। कई निर्माण पर बुलडोजर चलाकर उसे ढहा दिया गया। हालांकि उस वक्त इन जमीनों पर अवैध कब्जेदार उपस्थित नहीं थे।
दनकौर इलाके में चला बुलडोजर
बाद में टीम ने दनकौर कस्बे के बाहर खेड़ा देवत के समीप पहुंच कर कारवाई की। शिकायत मिली थी कि कॉलोनाइजर यहां लम्बे वक्त से प्लॉट बेच रहे थे। प्राधिकरण के दस्ते ने कॉलोनी के गेट, दीवारों और बने कमरों को ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण की सख्त कार्रवाई से अवैध रूप से बांटी गई कॉलोनी और कॉलोनाइजर में हड़कंप मच गया है। यहां तक कि प्रॉपर्टी डीलरों ने जिन लोगों को प्लॉट बेचे हैं, उनमें भी डर घर कर गया है।
लगातार जारी रहेगी कार्रवाई
अथॉरिटी के ओएसडी सदानंद गुप्ता ने इस संबंध में बात की। उन्होंने बताया कि अधिसूचित क्षेत्र में जिन लोगों ने अवैध निर्माण किया है, उनको पहले नोटिस जारी किया गया था। धारा-10 के तहत भी कार्रवाई हुई थी। इसके बावजूद अवैध कॉलोनी का काला कारोबार बंद नहीं हो रहा। ये सभी लोगों को ठग रहे हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि दनकौर और आसपास के क्षेत्र में इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। जब तक प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र से अवैध निर्माण को ध्वस्त नहीं कर दिया जाता, अभियान को इतनी ही ऊर्जा से चलाया जाएगा।