IIT Delhi के इस फार्मूले से Yamuna Expressway पर रोके जाएंगे हादसे, 76 करोड रुपए खर्च होंगे और एक साल का वक्त लगेगा

बड़ी खबर : IIT Delhi के इस फार्मूले से Yamuna Expressway पर रोके जाएंगे हादसे, 76 करोड रुपए खर्च होंगे और एक साल का वक्त लगेगा

IIT Delhi के इस फार्मूले से Yamuna Expressway पर रोके जाएंगे हादसे, 76 करोड रुपए खर्च होंगे और एक साल का वक्त लगेगा

Tricity Today | Dr Arunvir Singh IAS

यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर होने वाले ताबड़तोड़ हादसों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अध्ययन करने का आदेश दिया था। जिस पर अमल करते हुए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने दिल्ली आईआईटी (Delhi IIT) को जिम्मेदारी सौंपी थी। करीब 1 साल पहले दिल्ली आईआईटी ने कुछ सुझाव दिए थे। जिन पर अब अमल शुरू हुआ है। दिल्ली आईआईटी के फार्मूले से यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे रोके जाएंगे। इसके लिए एक्सप्रेसवे का संचालन करने वाली कंपनी 76 करोड़ रुपए खर्च करेगी। यह प्रोजेक्ट अगले एक साल में पूरा होगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO YEIDA) डॉ.अरुण वीर सिंह ने यह जानकारी दी है।

यमुना एक्सप्रेसवे के सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाने के लिए निकाले गए टेंडर में दो कंपनियां आगे आई हैं। इन कंपनियों की तकनीकी जांच की जा रही है। इसके बाद वित्तीय निविदा खोली जाएगी। बहुत संभव है कि अगले सप्ताह काम आवंटित कर दिया जाए। इसके बाद काम शुरू हो जाएगा। क्रैश बीम लगने से वाहन अनियंत्रित होने के बाद दूसरी तरफ की सड़क पर नहीं जाएंगे। साथ ही एक्सप्रेस वे से नदी-नालों में भी वाहन नहीं गिरेंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे रोकने के लिए क्रैश बीम लगवाने की कवायद चल रही है। इसके लिए एक्सप्रेस वे का संचालन करने वाली कंपनी ने टेंडर निकाला था। इसमें दो कंपनियों ने टेंडर डाले हैं। कंपनियों के तकनीकी पहलू की जांच की जा रही है। इसके बाद वित्तीय निविदा खोली जाएगी। इस काम पर करीब 76 करोड़ रुपये खर्च होंगे। काम शुरू होने से एक साल के भीतर ये लग जाएंगे। क्रैश बीम करीब तीन फुट ऊंचे होंगे। इससे हादसा होने के बाद वाहन उछलकर दूसरी तरफ नहीं जा सकेंगे। उन हादसों पर भी विराम लगेगा जो यमुना एक्सप्रेसवे के सेंट्रल वर्ज के नीचे बने नालों में वाहनों के गिरने से हो जाते हैं।

आईआईटी दिल्ली ने ऑडिट में दिए थे सुझाव
यमुना प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे का दिल्ली आईआईटी से ऑडिट कराया था। आईआईटी ने करीब दो साल अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। आईआईटी ने सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाने का सुझाव दिया था। अब इस पर अमल हो रहा है।
यमुना एक्सप्रेसवे पर रोजाना 29 हजार वाहन गुजरते हैं। इस हिसाब से एक साल में एक करोड़ से अधिक वाहन निकलते हैं। एक्सप्रेस वे पर टोल प्लाजा के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगे हैं ताकि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा कसा जा सके।

यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे और मौतों का ब्यौरा
 
वर्ष          हादसे     मौतें     
2012   275    33      
2013 896 148
2014 771 98
2015 919 99
2016 1219 133
2017 763 146
2018 649 111
2019 560 195
2020 509 122

यमुना एक्सप्रेस वे पर क्रैश बीम लगाए जाएंगे। इसके लिए एक्सप्रेस वे का संचालन करने वाली कंपनी ने टेंडर निकाले हैं। दो कंपनियों ने क्रैश बीम लगाने की इच्छा जताई है। जल्द कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।
- डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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