स्विट्जरलैंड के राजदूत ने दी बड़ी जानकारी, जरूर पढ़िए

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट : स्विट्जरलैंड के राजदूत ने दी बड़ी जानकारी, जरूर पढ़िए

स्विट्जरलैंड के राजदूत ने दी बड़ी जानकारी, जरूर पढ़िए

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Noida International Airport : जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा है। भारत में स्विट्जरलैंड के राजदूत राल्फ हेकनर ने इस मेगा प्रोजेक्ट पर बड़ी जानकारी दी है। उनका कहना है कि यह एयरपोर्ट टिकाऊ, इकोफ्रेंडली और अत्याधुनिक विकास का उदाहरण बनेगा। भारत में स्विट्जरलैंड के राजदूत राल्फ हेकनर ने कहा, "उनके देश के सहयोग से नोएडा में विकसित किया जा रहा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बेहद शानदार और टिकाऊ हवाईअड्डा होगा। दिल्ली से सटे नोएडा के जेवर में इस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (Jewar Airport) का विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएएल) कर रही है, जो स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के पूर्ण-स्वामित्व वाली सब्सिडरी कंपनी है।

सितंबर 2024 तक एयरपोर्ट का पहला चरण पूरा करेंगे
हेकनर ने एक बातचीत में कहा, "स्विट्जरलैंड भारत के ढांचागत विकास में एक खास हिस्सा है। ज्यूरिख एयरपोर्ट की तरफ से बनाया जा रहा नोएडा हवाईअड्डा न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि दिल्ली के लिए भी काफी अहम होगा। यह टिकाऊ होने के साथ भारत का बेहद शानदार हवाईअड्डा होगा।" उन्होंने आगे कहा, "ज्यूरिख एयरपोर्ट एजी कंपनी भारत में दूसरे हवाईअड्डे का विकास कर रही है। इसके पहले वह बेंगलुरु में भी हवाईअड्डे का विकास कर चुकी है। हमें उम्मीद है कि नोएडा हवाई्अड्डे का पहला चरण सितंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण और विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कर रही है।"

सरकार चाहती है कि फरवरी 2024 में जेवर से हो उड़ान
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि हवाईअड्डे का पहला चरण फरवरी-मार्च 2024 में पूरा हो जाए। यही वजह है कि पिछले दिनों जब मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन साइट का दौरा किया था तो स्विस कंपनी के अधिकारियों को काम और तेजी से करने के लिए कहा था। दरअसल, मार्च 2024 से देश में लोकसभा चुनाव शुरू हो जाएंगे। केंद्र और राज्य सरकार चुनाव घोषित होने से पहले जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान की शुरुआत करना चाहती हैं।

रोजाना खर्च हो रहे हैं करीब ढाई करोड़ रुपये
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्रेनेलमेन ने जॉइंट कोआर्डिनेशन कमेटी को बताया कि आगे का काम किस तरह पूरा किया जाएगा। कंपनी ने तिमाही आधार पर निर्माण से जुड़े लक्ष्य निर्धारित किए हैं। बड़ी बात यह है कि फिलहाल कंपनी निर्धारित वक्त से पहले लक्ष्य हासिल कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक अगर इसी रफ्तार से हवाईअड्डे का निर्माण चलता रहा तो सितंबर 2023 तक काम पूरा हो जाएगा। जनवरी 2024 में हवाईअड्डे से उड़ानों का ट्रायल शुरू किया जा सकता है। आपको बता दें कि परियोजना से जुड़े आर्थिक पहलुओं पर पहले ही काम हो चुका है। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से पैसा लिया है। जेवर एयरपोर्ट की प्राइवेट पार्टनरशिप में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को स्विस कंपनी ने हिस्सेदारी दी है। कुछ पैसा लंबी अवधि के कर्ज पर लिया है।

सबको पीछे छोड़ देगा जेवर एयरपोर्ट
आपको बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण 4 चरण में किया जाएगा। पहला चरण 2024 तक पूरा होगा। इसमें 1,334 हेक्टेयर जमीन का विकास होगा। पहले चरण में 12 मिलियन क्षमता पैसेंजर के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरे चरण साल 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। चौथा चरण 70 मिलियन पैसेंजर का होगा। इस तरह चारों चरण को मिलाकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर 29,560 करोड रुपए लगेंगे।

नोएडा एयरपोर्ट से 2024 में उड़ान शुरू
प्राधिकरण बोर्ड ने इस रकम को चार किस्तों में लोन लेकर भुगतान करने पर अनुमति प्रदान कर दी है। नोएडा एयरपोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार और नोएडा प्राधिकरण की अंशधारिता 37.5-37.5 फीसदी है जबकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण की अंशधारिता 12.5-12.5 फीसदी है। नोएडा एयरपोर्ट से 2024 में उड़ान शुरू कराने की तैयारी है। आपको बता दें कि 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था। खास बात यह है कि पिछले 365 दिनों के दौरान इस प्रोजेक्ट पर 870 करोड रुपए खर्च किए गए हैं। इस परियोजना के लिए आवंटित बजट का यह 15 फ़ीसदी है।

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