नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से जुड़ी बड़ी खबर है। ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (Zurich Airport International) की सहयोगी कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (Yamuna International Airport Private Limited) ने सोमवार को एयरपोर्ट निर्माण के लिए ई-टेंडर (E-Tender) जारी कर दिया है। साथ ही 16 अप्रैल को राजधानी लखनऊ में नियाल की अहम बैठक बुलाई गई है। इसमें एयरपोर्ट (Jewar Airport) के निर्माण से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।
फाइल रूकनी नहीं चाहिए
बताते चलें कि जेवर एयरपोर्ट योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं (Dream Project) में से एक है। वह इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को यथाशीघ्र ऑपरेशनल करने का पुरजोर प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने सभी विभागों और मंत्रालयों को सख्त आदेश दिया है। इसमें कहा गया है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से जुड़ी कोई भी फाइल किसी भी स्तर पर अटकनी, लटकनी और भटकनी नहीं चाहिए। योगी आदित्यनाथ जेवर में बनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को वैश्विक पहचान देने की तैयारी में हैं।
16 अप्रैल को अहम बैठक होनी है
अब इसके निर्माण की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाया गया है। ई-टेंडर जारी कर कंपनियों से आवेदन मंगाए गए हैं। 16 अप्रैल को होने वाली महत्वपूर्ण बैठक के बाद कंपनियों के चयन का काम शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। सीएम आदित्यनाथ ने पहले ही ऐलान किया है कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया के बेहतरीन एयरपोर्ट में से एक होगा। उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।
यात्रियों की संख्या के लिहाज से भी खास होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को चार चरण में पूरा किया जाएगा। इस हवाई अड्डे की शुरुआती क्षमता 1.2 करोड़ यात्री प्रति वर्ष रहेगी। इसे अलग-अलग चरण में बढ़ाते हुए 2050 तक सात करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा। इस एयरपोर्ट का डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के विश्वप्रसिद्ध एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया गया है। जल्द ही कंपनी का चयन कर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
अमेरिका के ऑरलैंडो इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पीछे छोड़ेगा
अभी दुनिया में चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अमेरिका का ऑरलैंडो एयरपोर्ट है। जिसका क्षेत्रफल 5,383 हेक्टेयर है। अब जेवर एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5,845 हेक्टेयर हो गया है। लिहाजा, यह एयरपोर्ट अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा। आपको बता दें कि शनिवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 4 साल पूरे कर रही है। जिसकी उपलब्धियां गिनाने के लिए खुद मुख्यमंत्री लखनऊ में सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसी मौके पर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यह महत्वपूर्ण घोषणा की है। दरअसल, जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट योगी आदित्यनाथ सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। यह मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है।
दुनिया क्षेत्रफल की दृष्टि से टॉप 10 एयरपोर्ट
थाईलैंड का स्वर्ण भूमि एयरपोर्ट टॉप टेन की सूची से बाहर होगा
जेवर एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़ने से दुनिया के टॉप-10 हवाई अड्डों की रैंकिंग में बड़ा बदलाव आएगा। एक और जहां अमेरिका का ऑरलैंडो इंटरनेशनल एयरपोर्ट चौथे पायदान से खिसक कर पांचवें नम्बर पर पहुंच जाएगा, वहीं थाईलैंड का स्वर्ण भूमि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया के टॉप-10 एयरपोर्ट की लिस्ट से बाहर हो जाएगा। थाईलैंड के स्वर्ण भूमि एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 3,240 हेक्टेयर है। यह अभी दुनिया में दसवां सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।