Tricity Today | नोएडा IMA के अध्यक्ष और महासचिव धीरेन्द्र सिंह से मिले
Greater Noida News : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) की नोएडा शाखा के अध्यक्ष डॉ.एनके शर्मा और महासचिव डॉ.मोहिता शर्मा ने सोमवार की दोपहर जेवर से भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह (Dhirendra Singh MLA) के घर जाकर मुलाकात की। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिले के ग्रामीण इलाकों में काम करने की इच्छा जाहिर की है। इसके अलावा पिछले 4 दिनों से चल रहे पत्राचार पर भी खुलकर चर्चा हुई। डॉक्टर एनके शर्मा और मोहिता शर्मा ने इस मसले को लेकर स्थिति साफ की है और एक वीडियो संदेश भी जारी किया है।
विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा, "निजी कॉर्पोरेट अस्पताल अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करें, इस मूल भावना के साथ मैंने पत्र लिखा था। जिसका मतलब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा ने सही से नहीं समझा। जिसकी वजह से उनके दिमाग में यह भ्रम की स्थिति रही कि संभवत यह पत्र डॉक्टरों के लिए लिखा गया है। जबकि 19 मई 2021 को लिखे गए मेरे पत्र में कहीं भी डॉक्टर शब्द का उल्लेख नहीं था। जब यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की समझ में आई तो सोमवार को उनके अध्यक्ष डॉक्टर एनके शर्मा और महासचिव डॉ मोहिता शर्मा आज मुझसे मेरे कैंप कार्यालय रबूपुरा पर मिले। काफी देर चर्चा के बाद डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया की पत्र का इंटरप्रिटेशन कुछ लोगों द्वारा गलत किया गया। जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को इसमें हस्तक्षेप करते हुए पत्र लिखना पड़ा।"
उन्होंने आगे यह भी बताया कि "हम डॉक्टर लोग निश्चित तौर से समाज का अंग हैं और जहां कहीं भी हमारी जरूरत होगी, हम आगे आकर समाज के लिए और उन जरूरतमंद लोगों के लिए मिलकर कार्य करेंगे, जिन्हें हमारी जरूरत होगी।" धीरेन्द्र सिंह ने कहा, "मैं सुलभ संदर्भ के लिए इस प्रेस विज्ञप्ति के साथ 19 मई 2021 को मेरे द्वारा लिखे गए पत्र, 20 मई 2021 को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा द्वारा लिखे गए पत्र, 23 मई 2021 को मेरे द्वारा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हेड क्वार्टर दिल्ली को प्रेषित किये गए पत्र, 23 मई को मेडिकल एसोसिएशन हेड क्वार्टर दिल्ली द्वारा लिखे गए पत्र और उसी 23 मई 2021 की रात्रि में मेरे द्वारा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हेड क्वार्टर दिल्ली के पांच पदाधिकारियों को भेजे गए मेरे ईमेल संलग्न कर रहा हूं। जिससे सारी स्थिति आप लोगों के समक्ष आ जाएगी।"
धीरेंद्र सिंह ने एक बार फिर दोहराया कि उनके पत्र का मकसद डॉक्टरों पर किसी भी तरह से कोई आरोप लगाने या समीक्षा करना नहीं था। उस पत्र का एकमात्र मकसद कॉर्पोरेट प्राइवेट अस्पतालों को उनके कर्तव्यों का बोध करवाना मात्र था। यह भी तब किया जब लगातार पीड़ित जनमानस ने शिकायतें कीं। शिकायतों पर सम्यक विचारोपरांत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को यह पत्र लिखा था।
कुल मिलाकर सोमवार को इस प्रकरण का पटाक्षेप हो गया है। विधायक धीरेंद्र सिंह और आईएमए नोएडा अपनी-अपनी भूमिका को लेकर सहमत हैं। खास बात यह है कि अब आईएमए जन भावनाओं को समझते हुए ग्रामीण इलाकों में काम करेगी। कुल मिलाकर इस पूरे प्रकरण में आम आदमी को ही फायदा पहुंचा है। आम आदमी की भावनाएं न केवल प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंची बल्कि प्राइवेट अस्पतालों और नियामक संस्था आईएमए तक तक पहुंच गई हैं। जिस पर समाज के प्रत्येक वर्ग को संतुष्ट होना चाहिए। इसमें किसी को तनिक भी शक नहीं है कि प्राइवेट अस्पतालों ने इस महामारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। किंतु एक लोकतांत्रिक देश में प्रत्येक निकाय, समाज के हिस्से, सरकार, कारोबार या जनप्रतिनिधि की कार्यप्रणाली परखने और उस पर विचार व्यक्त करने का सभी को अधिकार है।