नियाल और ज्यूरिख एजी के बीच शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर, सीएम योगी बोले-‘यूपी के विकास को लगेंगे पंख’

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट : नियाल और ज्यूरिख एजी के बीच शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर, सीएम योगी बोले-‘यूपी के विकास को लगेंगे पंख’

नियाल और ज्यूरिख एजी के बीच शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर, सीएम योगी बोले-‘यूपी के विकास को लगेंगे पंख’

Tricity Today | हस्ताक्षर के मौके पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के निर्माण की दिशा में प्रक्रिया में तेजी आई है। राजधानी लखनऊ में आज ज़्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल (ZAIA) एजी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के बीच एक शेयरधारक समझौते पर हस्ताक्षर हो गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ अरुणवीर सिंह तथा यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) के सीईओ क्रिस्टोफ़ श्नैलमैन द्वारा समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी तथा अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल मौजूद रहे।

समझौते के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) की, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) में हिस्सेदारी होगी। साथ ही बोर्ड के दो निदेशकों को नामित करने का अधिकार भी होगा। NIAL के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह  तथा डायरेक्टर, सिविल एविएशन विशाक अइयर बोर्ड में शामिल निदेशक होंगे। यह शेयरधारक समझौता उत्तर प्रदेश और एनसीआर में बहुप्रतीक्षित एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ज्यूरिख एजी और यूपी सरकार आगामी विश्वस्तरीय एयरपोर्ट के रूप में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास कर रहे हैं। इस समझौते से एयरपोर्ट की स्थापना, एयरपोर्ट के लिए सरफेस एक्सेस के सुधार, एयरपोर्ट संचालन के लिए आवश्यक सुविधाओं की स्थापना एवं विस्तार (जल, बिजली एवं व्यर्थजल), कानून-व्यवस्था, एयरपोर्ट पर निगरानी तथा निर्माण एवं संचालन में राज्य सरकार की हिस्सेदारी आई है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘शेयरधारक समझौते पर हस्ताक्षर, राज्य की प्रगति की दिशा में अगला कदम है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत में एक आधुनिक एवं विश्वस्तरीय एयरपोर्ट का बेंचमार्क होगा। यह ओद्यौगिक बुनियादी ढांचे के विकास, पर्यटन एवं निर्यात को बढ़ावा देगा। हवाई यातायात को सुगम बनाएगा तथा राज्य में नौकरियों के अवसर उत्पन्न करेगा। यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में बहु-आयामी विकास को प्रोत्साहित कर आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।’ 

नियाल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणवीर सिंह ने कहा, ‘ज़्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के साथ शेयरधारक समझौता, उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय एयरपोर्ट के निर्माण की दिशा में एक और उल्लेखनीय कदम है। हम सभी उत्सुकता के साथ एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू होने का इंतज़ार कर रहे हैं। यह राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। साथ ही नौकरियों के अवसर भी उत्पन्न करेगा। हमें विश्वास है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, न केवल राज्य के लिए बल्कि पूरे देश के लिए डिजिटल, स्थायी एवं आधुनिक एयरपोर्ट का बेंचमार्क बन जाएगा।’ 

ज़्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेनियर बिरचेर ने कहा, ‘इस शेयरधारक समझौते पर हस्ताक्षर करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। यह NIAL और ZAIA के बीच की साझेदारी को मजबूत बनाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत एवं उत्तर प्रदेश के लिए आर्थिक विकास के इंजन की भूमिका निभाएगा। यह क्षेत्र में रिहायशी एवं ओद्यौगिक गतिविधियों तथा एनसीआर में कार्गो एवं लॉजिस्टिक्स क्लस्टर के विकास को प्रोत्साहित करेगा। यह समझौता अन्य विभिन्न सुविधाओं के साथ-साथ रोड एवं रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की यूपी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। साथ ही आगामी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए सुरक्षा को भी सुनिश्चित करता है।’ 

उन्होंने आगे कहा, ‘ZAIA भारत के विकास के लिए प्रतिबद्ध साझेदार है। हमें बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं नौकरियों के सृजन के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय एजेंडा को सहयोग प्रदान करने तथा निवेश के अपार अवसर दिखाई देते हैं। हमने भारत की विमानन प्रणाली में निवेश किया है और सुगम लॉजिस्टिक्स प्रणाली से युक्त, यात्रियों के अनुकूल, डिजिटल एवं हरित एयरपोर्ट के निर्माण के लिए उत्तरप्रदेश सरकार एवं भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’ 

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भारत का पहला नेट शून्य उत्सर्जन एयरपोर्ट होगा। इसके मद्देनज़र यूपी सरकार ने यूपी सौर उर्जा नीति 2017 की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थायी एवं लागत प्रभावी नव्यकरणीय उर्जा के उपयोग द्वारा हवाई यात्रा को एयरलाईन्स एवं यात्रियों के लिए किफ़ायती बनाने हेतू तत्पर हैं। राज्य सरकार भी नव्यकरणी उर्जा सबंधी उपकरणों की खरीद के लिए वैट-जीएसटी में छूट, क्रॉस-सब्सिडी शुल्क, व्हीलिंग-संचरण शुल्क तथा ओपन एक्सेस शुल्क में छूट के द्वारा इसमें योगदान दे रही है। पिछले महीने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लिमिटेड को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 3275 करोड़ रुये का अंतिम ऋण अनुमोदन मिला था। 

ज़्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को जिम्मेदारी
ज़्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी, फ्लुघाफेन ज़्युरिख एजी की 100 फीसदी सब्सिडरी है। फ्लुघाफेन ज़्युरिख एजी एक लिस्टेड कंपनी है। यह कई कारोबार में शामिल है और ज़्युरिख एयरपोर्ट का संचालन करती है। यह कंपनी स्विस कॉन्फेडरेशन की लाइसेंसधारक है। कंपनी में 1500 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। ज़्युरिख एयरपोर्ट, दुनिया के लिए स्विट्ज़रलैण्ड का गेटवे है। 2019 में 31 मिलियन से अधिक लोग एयरपोर्ट पर पहुंचे या यहां से रवाना हुए। यहां से होकर गुज़रे। इन आंकड़ों के साथ यह न केवल क्षेत्र का महत्वपूर्ण परिवहन हब है, बल्कि अग्रणी मीटिंग स्थल भी है। तकरीबन 280 कंपनियों और 27000 कर्मचारियों के साथ ज़्युरिख एयरपोर्ट क्षेत्र के आर्थिक विकास में सर्वाधिक योगदान देने वाला है।
 
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड बनाई गई
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, ज़्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की 100 फीसदी सब्सिडरी है। इसे जेवर में ग्रीनफील्ड दिल्ली-नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए स्पेशल परपज़ व्हीकल (SPV) के रूप में शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने जेवर में दिल्ली-नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के साथ कंसेशन एग्रीमेन्ट पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी उत्तर प्रदेश सरकार, नई दिल्ली ओखला ओद्यौगिक विकास प्राधिकरण एवं ग्रेटर नोएडा ओद्यौगिक विकास प्राधिकरण के साथ सार्वजनिक-निजी भागीदारी परियोजना के कार्यान्वयन के लिए उत्तरदायी है।

NIAL की स्थापना की गई
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड का निगमन उत्तर प्रदेश राज्य में एक ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना एवं गौतमबुद्ध नगर में विमानन संबंधी अन्य गतिविधयों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 28 अगस्त 2008 को उत्तर प्रदेश सरकार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेन्ट ऑथोरिटी के बीच हुआ था। इसमें यूपी सरकार और नोएडा प्राधिकरण की हिस्सेदारी 37.5-37.5 फीसदी है। जबकि ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण की हिस्सेदारी 12.5-12.5 का अनुपात है। कंपनी की मौजूदा अधिकृत पूंजी 10,000 करोड़ है। कंपनी के कारोबार एवं संचालन का प्रबन्धन 7 सदस्यों वाले निदेशक मंडल द्वारा किया जाता है। 

इनमें -
  1. मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार : चेयरमैन
  2. सीईओ, नोएडा     :निदेशक
  3. सीईओ, ग्रेटर नोएडा     :निदेशक
  4. सीईओ यमुना एक्सप्रेसवे डेवलपमेन्ट ऑथोरिटी :निदेशक
  5. सचिव (या द्वारा नामांकित अधिकारी), बुनियादी सुविधा एवं ओद्यौगिक विकास विभाग, उत्तर प्रदेश :निदेशक
  6. सचिव (या द्वारा नामांकित अधिकारी), वित्त विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार :निदेशक
  7. निदेशक, नागरिक उड्डयन, उत्तर प्रदेश :निदेशक शामिल हैं।

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