आज की बड़ी खबर : दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा - किसानों ने दिया धोखा, बताया कैसे लाल किले तक पहुंचे प्रदर्शनकारी

Google Image | Delhi Police Commissioner SN Srivastava



मंगलवार को गणतंत्र दिवस के दिन किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के नाम पर जमकर हिंसा की है। इसको लेकर बुधवार की शाम को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएनसी वास्तव में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बड़ी जानकारी दी है।

पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों की ट्रैक्टर परेड से दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच एक समझौता हुआ था। जिसमें किसान संगठनों के नेताओं ने पुलिस को आश्वासन दिया था कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली में ट्रैक्टर परेड यात्रा निकालेंगे। लेकिन किसानों ने दिल्ली पुलिस के साथ विश्वासघात किया है। एग्रीमेंट होने के बावजूद भी किसानों ने दिल्ली की सड़कों पर दंगे किए और उत्पात मचाया है। जिसमें बड़े किसान नेता भी शामिल हुए। 

कमिश्नर ने बताया कि जब किसानों और पुलिस के बीच ट्रैक्टर परेड को लेकर एक समझौता हुआ तो पुलिस ने किसानों पर विश्वास कर लिया। दिल्ली पुलिस ने किसानों का साथ देते हुए उनकी ट्रैक्टर परेड को सफल बनाने में पूरा सहयोग दे रही थी। उसी हिसाब से पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। लेकिन किसानों ने धोखा देते हुए पुलिस पर ही हमला कर दिया। पुलिस पर जानलेवा हमला करते हुए किसान लाल किले की तरफ बढ़े हैं। पुलिस किसान को मारना नहीं चाहती थी। पुलिस चाहती तो किसानों पर लाठी चार्ज भी कर सकती थी और बड़ी कार्रवाई कर सकती थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपने समझौते पर खरा उतरते हुए किसानों से कुछ नहीं कहा। लेकिन किसानों ने धोखा देते हुए पुलिस पर जानलेवा हमला किया। 

उन्होंने बताया कि तलवार और लाठी डंडे लेकर किसान के साथ शामिल उपद्रवियों ने पुलिस पर जानलेवा हमला किया। इस दौरान 394 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। जिनमें से कुछ को आईसीयू में एडमिट किया गया है। पुलिस को जान से मारने के इरादे से ही किसान संगठन के कार्यकर्ता और नेता लाल किले की तरह  बढ़े थे। पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की तो किसानों ने पुलिस को तलवार दिखाते हुए जान से मारने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने पूरा संयम बरता है। पुलिस ने किसानों पर लाठी चार्ज नहीं की, बल्कि खुद की लाल किले खाई में कूद गए थे। जिसमें सैकड़ों पोलिसकर्मी घायल हुए थे। काफी को गंभीर चोट आई है।

कमिश्नर ने बताया कि इस दौरान किसानों ने पुलिस की 30 गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया है। 428 बेरिगट्स तोड़े गए हैं। लाल किले की तरफ हथियार लेकर बढ़ते हुए किसानों ने किसानों के झंडे और कुछ धार्मिक झंडे भी फहराए थे। जिनको पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज इस वीडियो के माध्यम से इस गैरकानूनी प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान कर रही है। अभी तक पुलिस ने 200 से भी ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन से लगातार पूछताछ की जा रही है।

कमिश्नर ने बताया कि पुलिस ने वीडियो के माध्यम से कुछ उग्रवादी लोगों की पहचान भी की है। जिनसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। काफी किसान नेताओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत के साथियों ने दिल्ली अक्षरधाम लाल किले की तरफ पुलिस पर हमला करते हुए बढ़े थे। उस समय पुलिस के पास काफी फ़ोर्स थी। दिल्ली पुलिस ने किसानों से अपील की कि वह शांतिपूर्ण तरीके से यह प्रदर्शन करें। दिल्ली पुलिस उनका साथ देगी। लेकिन फिर भी किसानों ने दिल्ली पुलिस पर जानलेवा हमला किया है। पुलिस ने अब किसान नेताओं पर कार्रवाई करना निश्चित कर लिया है। जो किसान नेता आरोपी हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

अन्य खबरें