Social Media | तांडव के निर्माताओं पर मामला दर्ज हुआ है
अमेजॉन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रहे वेब सीरीज तांडव के निर्माताओं, कलाकारों और अमेजॉन प्राइम इंडिया हेड के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाने में मामला दर्ज कराया गया है। शिकायतकर्ता बलवीर आजाद रबूपुरा, ग्रेटर नोएडा के रौनिजा गांव के रहने वाले हैं। आजाद ने वेब सीरीज तांडव के निर्देशक अली अब्बास, अमेजॉन प्राइम इंडिया की हेड अपर्णा पुरोहित, लेखक गौरव सोलंकी और हिमांशु कृष्ण मेहरा, अभिनेता सैफ अली खान, सुनील ग्रोवर और अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इस सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-A (1)(B), 295-A, 505 (1)(B), 505 (2) तथा सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम-2008 की धारा 66 और 67 में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
बताते चलें कि वेब सीरीज तांडव के खिलाफ पूरे देश में मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के चार अधिकारियों की एक टीम सोमवार को ही मुंबई के लिए रवाना हो चुकी है। तांडव के खिलाफ राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली और शाहजहांपुर में भी मामला पंजीकृत है। इस सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं और हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा है। बलवीर आजाद ने भी अपनी शिकायत में पुलिस को बताया है कि तांडव में उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है। इस सीरीज के एक दृश्य में उत्तर प्रदेश पुलिस की डायल-100 महिंद्रा बोलैरो जीप के खुले हुए दरवाजे के साथ दो अभिनेताओं को पुलिस की वर्दी बैच में अश्लील गालियां देते और पुलिस जीप से शराब निकालकर पीते हुए दिखाया गया है।
बताते चलें कि तांडव वेब सीरीज पार्ट-वन की शूटिंग गौतमबुद्ध नगर जिले के थाना रबुपुरा के गांव निलौनी, मिर्जापुर और उटरावली में पूरी की गई है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि पूरी वेब सीरीज तांडव पार्ट-वन के दृश्यों को देखने से यह तथ्य भी संज्ञान में आ रहा है कि हिंदू देवी-देवताओं का अमर्यादित और अभद्र रूप से दृश्यांकन किया गया है। यह विद्वेशात्मक भावना से किया गया है और देश के प्रधानमंत्री के पद का अभिनय चित्रण भी जानबूझकर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर आघात पहुंचाने के उद्देश्य से प्रतिकूल रूप से किया गया है। आजाद ने वेब सीरीज के निर्माताओं पर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का भी आरोप लगाया है।
आजाद ने कहा है कि ‘जातिगत और सामुदायिक विद्वेष पैदा करने वाले डॉयलाग भी जानबूझकर लिखे गए हैं, जिससे लोगों मे अशांति का माहैल बने। इस प्रकार राज्य की पुलिस-प्रशासन एवं संवैधानिक पदों के खिलाफ और समुदायों के सद्भाव के खिलाफ अमर्यादित सामग्री प्रसारित की जा रही है। वेब सीरीज में समुदायों के बीच घृणा और वैमनस्यता उत्पन्न करने वाले तथा दलित जाति का अपमान करने वाले दृश्य और संवाद रखे गए हैं। इससे समाज के आपसी सौहार्द और शांति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। शिकायतकर्ता ने निर्माताओं और कलाकारों पर यह सब जानबूझकर और योजनाबद्ध तरीके से करने का मामला दर्ज कराया है। आरोप लगा है कि यह सब जानबूझकर इस वजह से किया गया है कि इस वेब सीरीज को विवाद का विषय बनाते हुए पब्लिसिटी हासिल हो। जिससे फिल्म अत्यधिक व्यावसायिक लाभ प्राप्त कर सके। क्योंकि अमेजॉन प्राइम वीडियो पेड़ स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि निर्देशक अली अब्बास जफर, निर्माता हिमांशु कृष्ण मेहरा, अमेजॉन प्राइम इंडिया की हेड अपर्णा पुरोहित, वेब सीरीज के लेखक गौरव सोलंकी ने यह अपराध अभिनेता सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया और सुनील ग्रोवर ने मिलकर और जानबूझकर हिंदू हितों को चोट पहुंचाया है। इससे लोगों में अशांति बढ़ेगी और सांप्रदायिक सद्भाव नष्ट हो जाएगा। इन सभी पर संवैधानिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगा है। पुलिस ने आजाद की शिकायत पर इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। इनके खिलाफ 153-A (1)(B), 295-A, 505 (1)(B), 505 (2) तथा सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम-2008 की धारा 66 और 67 गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। मामले की जांच डिप्टी एसपी शरद चंद्र शर्मा को सौंपी गई है उन्होंने बताया कि पुलिस मामले में आगे की कार्यवाही कर रही है उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम पहले से ही मुंबई गई हुई है।