Ghaziabad News : वसुंधरा, वैशाली और इंद्रापुरम के सैकड़ों लोग गाजियाबाद के वसुंधरा में 11 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे है। यह धरना 25 दिसंबर को शुरू हुआ। इस धरने में मुख्य रूप से वह लोग हिस्सा ले रहे हैं, जिन्होंने गाजियाबाद को बदलते हुए देखा है। इस प्रदर्शन में शामिल अधिकतर लोगों की उम्र 70-80 वर्ष है। इन लोगों का कहना है कि सरकार ने उनसे वादा किया था, लेकिन पूरा नहीं किया। गुरुवार को प्रदर्शन का चौथा दिन है। अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे लोगों से "ट्राईसिटी टुडे" टीम ने खास बातचीत की।
"कब पूरा होगा मेट्रो प्रोजेक्ट"
मेट्रो विकास संघर्ष समिति के महासचिव गिरीश शर्मा ने बताया, "पिछले 10 सालों से मेट्रो अधूरी पड़ी हुई है। मेट्रो वैशाली से शुरू हुई और मोहन नगर तक जाना चाहिए था। मोहन नगर के लोगों को अगर नोएडा जाना होता है तो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बहुत लंबा चक्कर काटना पड़ता है। अगर वैशाली को मोहन नगर और नोएडा को मोहन नगर से जोड़ दिया जाए तो सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। नोएडा और गाजियाबाद के अलावा दिल्ली के लोगों को भी फायदा होगा। खासतौर पर नौकरी करने वाली लोगों के लिए यह एक तोहफा होगा। उसके बावजूद भी सरकार इस पर काम नहीं कर रही है।" गिरीश शर्मा ने आगे बताया, "चुनाव के समय पर सभी नेता-मंत्री आएंगे। लोगों से फिर झूठे वादे किए जाएंगे, लेकिन इस बारे जनता किसी के बहकावे में नहीं आएगी। यह प्रदर्शन जब तक चलेगा, तब तक मेट्रो की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा।"
अस्पताल और स्कूलों का अभाव
उत्तराखंड की रहने वाली महिला सुदर्शना घड़ियाल काफी समय से गाजियाबाद में रहती है। उनका कहना है, "योगी-मोदी बहुत समझदार हैं। उनको हमारी मांगों को समझना चाहिए। गाजियाबाद काफी पुराना शहर है, लेकिन उसके बावजूद भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। यहां पर अच्छे हॉस्पिटल नहीं है और शिक्षा देने के लिए विद्यालय नहीं है। मैं खुद 400 बच्चों का एक स्कूल चलाती हूं। जिनमें गरीब बच्चे पढ़ते हैं। अगर सरकार उनके बारे में सोचेगी तो हमें स्कूल चलाने की जरूरत क्या होगी? सरकार को गाजियाबाद के बारे में सोचना चाहिए। जो वादे किए हैं, उनका पूरा करना चाहिए।
"सरकार क्यों नहीं दे रही ध्यान"
प्रदर्शन में शामिल नर्गिस का कहना है, "सरकार को वसुंधरा, वैशाली और इंद्रापुरम की जनता के बारे में सोचना चाहिए। योगी सरकार ने जो वादे किए हैं। उनका पूरा कहना चाहिए। आज काफी लोग परेशान हैं। केवल गाजियाबाद ही नहीं बल्कि नोएडा और दिल्ली के लोगों के लिए भी कनेक्टिविटी काफी जरूरी है। मेट्रो कनेक्टिविटी होने के बाद लोगों को आसानी होगी।"