Ghaziabad News : साधु संतों ने जाहिर की खुशी, समाजसेवी ने कहा- पांच सौ वर्षों के बलिदान का तप है मंदिर

गाजियाबाद | 4 महीना पहले | Sonu Singh

Tricity Today | symbolic Image



Ghaziabad News : अयोध्या स्थित मंदिर में 22 जनवरी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में उत्सव का माहौल है। साधु संतों के साथ आमजन में भी प्रभु श्रीराम के मंदिर को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। सैकड़ों वर्षों बाद श्रीराम का मंदिर बनकर तैयार हुआ है और श्रीराम अपने घर में विराजमान होने जा रहे हैं। इससे बड़ी खुशी सनातन धर्म के लिए और कुछ नहीं हो सकती। 

यह है पूरा मामला
पंच नाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि का कहना है कि लाखों लोगों के बलिदान के बाद आज यह शुभ दिन आया है, जब सभी हिंदुओं को इसकी खुशी मनानी चाहिए। सनातन धर्म के लिए यह बहुत बड़ी बात है। हिंदुओं को प्रयास करना चाहिए कि देश में इसके बाद कोई भी मंदिर नहीं टूटना चाहिए। भाजपा और संघ द्वारा इसके लिए बड़े स्तर पर लड़ाई लड़ी गई है। जिसके फलस्वरूप आज मंदिर बना है। कारसेवक अरविंद भारती का कहना है कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम सनातन धर्म की पहचान हैं और आज सैकड़ों वर्षों और लाखों लोगों के बलिदान के बाद यह सपना साकार होने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ के सहयोग से मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। पूरे भारत सहित विश्व में उत्साह देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मंदिर आंदोलन के दौरान बहुत से लोगों को जेल भी जाना पड़ा। उनमें से वे भी एक हैं।

त्योहार के रूप में मनाया जाएगा
समाजसेवी डॉ. उदिता त्यागी ने बताया कि पांच सौ वर्षों के बलिदान का तप है मंदिर। भगवान राम का मंदिर बनाने के लिए लाखों लोगों ने बलिदान दिया है। यह देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। भगवान राम हिंदुओं के जीवन में रोल मॉडल की तरह माने जाते हैं। हमारे जीवनकाल में यह महत्वपूर्ण कार्य हो रहा है। इसके लिए हम बहुत बड़े भाग्यशाली है। संजीव त्यागी ने कहा कि लगभग साढ़े पांच सौ साल की तपस्या के बाद आज हम लोगों के लिए बहुत ही खुशी का दिन है। पूरा देश 22 तारीख को दीपावली के पर्व की तरह इस दिन को त्योहार के रूप में मना रहा है।

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