स्वास्थ्य विभाग की बड़ी कार्रवाई : 22 हजार रुपये में करते थे लिंग परीक्षण, गाजियाबाद में महिला दलाल समेत दो दबोचे, गैंग का खुलासा

Tricity Today | पुलिस गिरफ्त में ममता और नाजिम।



Ghaziabad News : विजयनगर थानाक्षेत्र अंतर्गत शांतिनगर में रहने वाले संदीप की पत्नी ममता से एक महिला ने भ्रूण परीक्षण कराने के लिए बात की थी। ममता ने बताया कि काम हो जाएगा। 22 हजार रुपये लगेंगे। गर्भ में लड़की होने पर अबॉर्शन कराओगी तो उसके पैसे अलग से देने होंगे। ममता ने महिला से कहा था कि लालकुंआ पर आकर फोन कर लेना। बताए गए समय के अनुसार महिला ने ममता को लालकुंआ पहुंचकर फोन किया तो उसे मानसरोवर पार्क की गली नंबर - तीन में शिवा हॉस्पिटल में बुलाया गया। कुछ देर में ममता और नाजिम एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लेकर अस्पताल पहुंच गए। पुलिस के साथ मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारकर दोनों को अस्पताल के कमरे से रंगे हाथ पकड़ लिया। मौके से मिली अल्ट्रासाउंड मशीन और एक कार भी सीज की गई है।

अस्पताल की मालकिन भी नामजद
एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच ने बताया कि गाजियाबाद में पीसीपीएनडीटी के नोडल डा. अनुराग संजोग ने मौके से पकड़ी गई दलाल ममता, नाजिम, शिवा अस्पताल की मालकिन डॉ. सन्नी उर्फ आशा, संदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। ममता और नाजिम मौके से गिरफ्तार किए गए हैं जबकि अस्पताल की मालकिन और एक अन्य ‌अभियुक्त संदीप फरार है।

मौके से महिला दलाल समेत दो गिरफ्तार
एसीपी ने बताया कि मौके से पुलिस ने अल्ट्रासाउंड मशीन, एमटीपी उपकरण, दवाईयां और कार बरामद की है। मौके से गिरफ्तार की गई ममता विजयनगर थानाक्षेत्र के शांतिनगर इलाके में रहती है जबकि नाजिम पुत्र दिलशाद हापुड़ जनपद का रहने वाला है। पुलिस ने दोनों के कब्जे से एक लिफाफे में बंद 22 हजार की नकदी भी बरामद की है, जो भ्रूण परीक्षण करने के ल‌िए ली गई थी। इसके अलावा एक पेन ड्राइव, बिल बुक 10 खाली प्रेसकिप्शन स्लिप व एक मेडिकल सर्टिफिकेट मिला है।

डमी ग्राहक के जरिए किया गया ट्रैप
डॉ. संजोग के मुताबिक हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की गुरुग्राम की टीम से मिले इनपुट के आधार पर डमी ग्राहक के जर‌िए ममता को ट्रैप किया गया और उसके बाद भ्रूण परीक्षण करने वाले गैंग का खुलासा हो सका। एसीपी के मुताबिक सन्नी उर्फ आशा पत्नी वेदपाल निवासी मानसरोवर पार्क और संदीप निवासी हसनपुर, जनपद अमरोहा मौके से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि डा. अनुराग संजोग की तहरीर पर चारों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

नाजिम ने पूछताछ में बताई पूरी कहानी
एसीपी लिपि नगायच के मुताबिक अभियुक्त नाजिम ने पूछताछ के दौरान बताया कि मैं दसवीं तक पढ़ा हूं और हॉस्पिटल में डॉ. सन्नी उर्फ आशा और संदीप के सहयोग से भ्रूण परीक्षण करता हूं। परीक्षण के ल‌िए ममता ग्राहकों को लेकर आती है, जिसके एवज में ममता 25000 से 40000 रुपए तक वसूलती है और गर्भ में लड़की पता चलने पर उनका गर्भपात भी करवाती है। ममता को प्रति जांच के हिसाब से कमीशन दिया जाता है। नाजिम ने बताता कि रविवार को ममता जांच कराने के लिए एक महिला को लेकर आयी थी। जिसका भ्रूण परीक्षण हमारे द्वारा किया और महिला से 22000 रुपये लिये गए थे। तभी मेडीकल टीम व पुलिस ने मुझे व ममता को गिरफ्तार कर लिया तथा सन्नी उर्फ आशा व संदीप दोनों मौके से फरार हो गये।

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