बड़ी खबर : पीएनबी 400 करोड़ रुपए घोटाला मामले में चीफ मैनेजर ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार, माफिया लक्ष्य तंवर का ऐसे दिया था साथ

Google Photo | प्रतीकात्मक फोटो



Ghaziabad : लोन के नाम पर बैंकों को 400 करोड़ रुपए से अधिक का चूना लगाने वाले माफिया लक्ष्य तंवर से मिलीभगत करने वाले पीएनबी के चीफ मैनेजर उत्कर्ष कुमार को एसआईटी ने नोएडा से गिरफ्तार किया है। जांच-पड़ताल में उत्कर्ष के खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद पुलिस ने नोएडा स्थित बैंक से उसकी गिरफ्तारी की है। उत्कर्ष पर लोन माफिया लक्ष्य तंवर से साठगांठ कर खुद के ही पीएनबी बैंक को करोड़ों रुपए से अधिक का चूना लगाने का आरोप है। 

पहले भी हो चुकी कई लोगों की गिरफ्तारी
पुलिस का कहना है कि लोन फर्जीवाड़े में लक्ष्य तंवर का साथ देने वाले पीएनबी के बर्खास्त एजीएम रामनाथ मिश्रा और मैनेजर प्रियदर्शनी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। बैंक के अन्य कर्मचारी और अधिकारी भी एसआईटी की रडार पर हैं। जिनमें कुछ रिटायर भी हो चुके हैं। नगर कोतवाल अमित कुमार खारी ने बताया कि लोन घोटाले में मंगलवार को पीएनबी के चीफ मैनेजर उत्कर्ष कुमार को गिरफ्तार किया गया है। उत्कर्ष मूलरूप से पटना बिहार के रहने वाले हैं और नई दिल्ली स्थित ईस्ट एम्ड अपार्टमेंट में रहते हैं। उत्कर्ष पूर्व में पीएनबी की चंद्रनगर शाखा में चीफ मैनेजर थे और फिलहाल उनकी तैनात ग्रेटर नोएडा के शस्त्रा गामा कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स स्थित बैंक की शाखा में चल रही है। उसे वहीं से गिरफ्तार किया गया है। 

कई अन्य लोग भी रडार पर
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने चंद्रनगर शाखा में रहते हुए लोन माफिया लक्ष्य तंवर के साथ मिलकर लोन के मामले में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा किया। लक्ष्य पर जहां करीब 39 धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के केस दर्ज हैं। वहीं, उत्कर्ष पर भी 12 केस विभिन्न थानों में दर्ज हैं। नगर कोतवाल का कहना है कि उत्कर्ष के खिलाफ मिले ठोस सबूतों के आधार पर एसआईटी ने उसकी गिरफ्तारी की है। अभी बैंक का बर्खास्त मैनेजर संजय तितरवे, मैनेजर दुर्गा प्रसाद व लोन मैनेजर तारिक हुसैन, रविन्द्र जैन और प्रेमचंद भी एसआईटी की रडार पर हैं। रविन्द्र और प्रेमचंद रिटायर हो चुके हैं। साथ ही लक्ष्य की पत्नी प्रियंका तंवर समेत दर्जन भर आरोपियों को भी एसआईटी तलाश रही है। सुराग लगते ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

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