Tricity Today | मुख्य अतिथि सांसद अतुल गर्ग को सम्मानित करते घंटाघर रामलीला के पदाधिकारी राजनगर एक्सटेंशन में धूं- धूं कर जलता रावण का पुतला।
Ghaziabad News : जिले भर में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। करीब 50 स्थानों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले जलाए गए। रावण का पुतला जलते ही जय श्रीराम राम के उदघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। घंटाघर, कविनगर, संजयनगर, राजनगर, प्रताप विहार, राजनगर एक्सटेंशन और क्रॉसिंग रिपब्लिक में आयोजित रावण दहन के कार्यक्रमों में भारी भीड़ देखी गई। घंटाघर रामलीला मैदान में रावण दहन के मौके पर अतुल गर्ग ने कहा कि हमें अपने अंदर के अहम रूपी रावण को मारना होगा और प्रभु राम जैसे उदार चरित्र को अपने जीवन में धारण करना होगा।
घंटाघर में सांसद अतुल गर्ग ने किया रावण दहन
घंटाघर रामलीला मैदान में शनिवार को अहिरावण और रावण वध के मंचन के साथ सांसद अतुल गर्ग ने तीर चलाकर रावण दहन किया। रावण के रोल में अमित शर्मा ने दर्शकों को बांधे रखा। कुंभकरण, मेघनाथ वध के बाद रावण अहिरावण को युद्ध भूमि में भेजता है। अहिरावण छल से प्रभु श्री राम और लक्ष्मण को पाताल लोक ले जाता है। पीछे से हनुमान जी भी पाताल लोक पहुंच जाते हैं और अहिरावण का वध कर देते हैं। फिर रावण स्वयं रणभूमि में पहुंचता है जहां विभीषण के कहने पर श्री राम को रावण की नाभि पर तीर चलाकर उसका वध कर देते हैं। इस मंचन के बाद सांसद अतुल गर्ग ने तीर चलाकर पुतलों का दहन किया।
कविनगर में 75 फुट ऊंचे रावण के पुतले का हुआ दहनः
श्री धार्मिक रामलीला कमेटी कविनगर में शनिवार को 75 फुट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले क्रमशः 65 और 60 फुट के थे। इस दौरान मैदान में दर्शकों की भारी भीड़ रही। रामलीला देखने पहुंचे लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। पुतला दहन होते ही दर्शकों के रूप में मौजूद भक्त देर तक भगवान जय श्रीराम के नारे लगाते रहे। इससे पहले दिल्ली के इंडियन रिवाईवल ग्रुप के कलाकारों ने संपूर्ण रामायण को अलौकिक एवं मनमोहक तरीके से प्रस्तुत किया, जिसमें राम जन्म से लेकर रावण वध तक के प्रसंगों एवं संवादों का मंचन किया गया।
नाभि पर तीर लगते ही धूं- धूं कर जल उठा रावण
राजनगर में आयोजित रामलीला एमएलसी दिनेश गोयल बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उन्होंने तीर चलाकर रावण दहन किया। उनके साथ रामलीला समिति के संरक्षक जितेंद्र यादव, अध्यक्ष जयकुमार, स्थानीय पार्षद प्रवीण चौधरी ने भी पुतला दहन में सहयोग किया। जिस प्रकार श्रीराम रावण के संहार के लिए एक साथ 31 बाणों से प्रहार करते हैं, उसी प्रकार जो उसके दस सिर, बीस हाथ तथा एक उसकी नाभि में मार कर उसका वध करते हैं।