Tricity Today | किसानों ने निकाली भाजपा सरकार की शवयात्रा
Ghaziabad : मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसानों ने भाजपा सरकार की शवयात्रा निकाली। धरना स्थल से शुरू हुई ये यात्रा आवास-विकास परिषद कार्यालय के बाहर पहुंची। जहां किसानों ने क्षेत्रीय सांसद जनरल वीके सिंह, विधायक नंदकिशोर गुर्जर और बीजेपी नेता बसंत त्यागी के पुतले जलाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस में तीखी झड़प और धक्का मुक्की भी हुई।
क्या है किसानों की मांग
मंडोला विहार योजना के तहत साल 1998 में 6 गांव (मंडोला, नानू, मिलक बामला, अगरोला, नवादा, मक्सूदाबाद) की 2614 एकड़ भूमि अधिग्रहित की थी। उस वक्त 1100 रुपए की दर से किसानों को मुआवजा दिया गया था। 2 दिसंबर 2016 को मंडोला समेत 6 गांव के किसानों ने '2013 भूमि अधिग्रहण अधिनियम' के तहत भूमि का मुआवजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। तब से आज तक धरना जारी है।
कल हो सकती है बड़ी बैठक
इस दौरान किसानों ने विरोध के कई तरीके बदले, लेकिन समस्या हल नहीं हुई। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि छह वर्ष पहले हमें भाजपा के नेताओं ने ही धरने पर बैठाया था। लेकिन अब मांगों पर सहमति बनवाने के लिए जनप्रतिनिधि कोई प्रयास नहीं कर रहे। मांग की गई है कि 31 अक्टूबर को बोर्ड बैठक बुलाकर किसानों की समस्याओं पर चर्चा करके उनका निदान किया जाए।