Tricity Today | वीर सावरकर ने 'हिंदुत्व' को बनाया लोकप्रिय
Ghaziabad News : महाराजा अग्रसेन जन कल्याण सेवा ट्रस्ट और परमार्थ सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में वीर सावरकर जी की पुण्यतिथि मनाई गई और इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक क्षेत्रीय संपर्क प्रमुख आनंद ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक के बौद्धिक शिक्षण प्रमुख प्रचारक आशुतोष मित्तल ने सावरकर को 'त्याग और तप की प्रतिमूर्ति' बताया। 'मातृभूमि की सेवा में समर्पित उनका जीवन देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा।'
वीर सावरकर ने 'हिंदुत्व' को बनाया लोकप्रिय
भारतीय राजनीति की विवादित हस्तियों में शुमार सावरकर पर राजनीतिक दलों से लेकर लोगों की राय भी बंटी हुई है। रत्नागिरि में पैदा हुए सावरकर की पहचान हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा के जनक के रूप में होती है। हिंदू महासभा में शामिल होकर सावरकर ने 'हिंदुत्व' को लोकप्रिय बनाया। भारत की एक हिंदू राष्ट्र के रूप में परिकल्पना का भी सावरकर ने समर्थन किया। सावरकर ने 26 फरवरी, 1966 को बॉम्बे में अंतिम सांस ली थी।
कार्यक्रम में ये रहे शामिल
कार्यक्रम का संचालन परमार्थ सेवा ट्रस्ट के चेयरमैन वीके अग्रवाल ने किया। मंच पर आसीन विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मर्षि विभूति बीके शर्मा हनुमान, महेश सेठ, संदीप सिंघल, सतीश मित्तल, बसंत पावडे, देवेंद्र हितकारी, सत्येंद्र सिंह, छोटेलाल कनौजिया, डॉक्टर नीरज गर्ग, राजकुमार नागर, वीके सिंगल, डीके मित्तल, सुनील शर्मा, बसंत मोहन,अग्रवाल श्यामसुंदर गुप्ता इत्यादि रहे