गाजियाबाद : खसरा नंबर बदलकर करवाई रजिस्ट्री, सच्चाई पता चला तो उड़ गए होश, जानिए पूरा मामला

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



प्लॉट का खसरा संख्या बदलकर धोखाधड़ी से रजिस्ट्री कर दी गई। निर्माण कार्य के दौरान जब इस गड़बड़ झाले का पता जिंदगी भर की जमा पूंजी धोखेबाजों को देने वाले को चला तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई। बाद में विरोध करने पर उसके साथ गाली गलौज कर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। इस संबंध में दो प्रॉपर्टी डीलरों और बाप बेटा समेत पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस कार्रवाई में लगी है। 

शामली के ग्राम कुड़ाना निवासी सचिन मलिक ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2015 में एक प्लॉट 15 लाख रुपए का ग्राम रईसपुर में खरीदा गया था। प्लॉट खरीदने से पूर्व प्लॉट के लिए प्रॉपर्टी डीलर जितेंद्र चौधरी उर्फ बिट्टू तथा अनिल वर्मा से संपर्क किया गया था। दोनों ने जो प्लॉट दिखाया था। वह रामचंद्र निवासी रईसपुर का था। जिस की रजिस्ट्री रामचंद्र ने बेटे रमेश और पोते तेजवीर के साथ की थी। 

उन्होंने बताया कि 5 महीने पूर्व जब वह प्लॉट पर निर्माण कार्य कराने लगे तो उक्त पांचों लोग वहां पहुंचे और निर्माण कार्य रुकवाते हुए कहा कि प्लॉट उनका है और वह उस पर निर्माण कार्य नहीं कर सकते। बाद में पता चला कि उक्त पांचों लोगों ने धोखाधड़ी करके प्लॉट का खसरा नंबर बदलकर रजिस्ट्री की थी। इस पर रकम वापस मांगी गई तो गाली गलौज करते हुए मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी गई।पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पड़ताल कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।

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