Know What Is The Matter Ghaziabad Police Is Searching For Mohak Who Ran Away Leaving Behind Crackers Woth Rs 50 Lakhs The Storage Was Done By Ignoring The Rules And Regulations
जानिए क्या है मामला : 50 लाख के पटाखे छोड़कर भागे मोहक को तलाश रही गाजियाबाद पुलिस, नियम- कानूनों को ताक पर रखकर किया गया था भंडारण
Tricity Today | प्रतिबंधित पटाखे के भंडारण पर छापेमारी करने पहुंचे एसीपी रितेश त्रिपाठी।
Ghaziabad News : दिल्ली- एनसीआर में प्रदूषण के चलते ग्रेप - दो लागू किया जा चुका है। दीपावली में अभी एक सप्ताह का समय है, जिस तरह से प्रदूषण का स्तर रोजाना बढ रहा है, उससे तो नहीं लगता कि इस बार भी दीपावली में पटाखे फोड़ने की स्थिति रहेगी। इसलिए दिल्ली में पटाखे बैन हैं हालांकि गाजियाबाद में कोई लाईसेंस जारी किए जाने की जानकारी नहीं है लेकिन धंधेबाज कहां बाज आते हैं। अब मोहक को ही ले लीजिए, जिसने नवयुग मार्केट की संकरी गलियों में 50 लाख के पटाखे अवैध रूप से जमा कर रखे थे।
100 कार्टन में भरे हुए थे पटाखे
गाजियाबाद पुलिस के सिंघम यानि एसीपी रितेश त्रिपाठी ने टीम के साथ रेड मारी तो मोहक मौके से फुर्र हो गया। पुलिस ने 100 कार्टन में भरे पटाखे जब्त कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि बरामद किए गए अवैध पटाखों की कीमत करीब 50 लाख रुपये होगी। पुलिस जांच कर रही है कि पटाखे कहां लाकर यहां भंडारण किया गया था। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी, संकरे स्थान पर भंडारण कर कितने ही लोगों की जान को खतरे में डाला गया था। पुलिस ने समय रहते रेड मारकर पटाखे जब्त कर लिए।
नियम- कानूनों को ताक पर रखकर भंडारण
एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि नियम कानूनों को ताक पर रखकर भारी मात्रों में पटाखों का भंडारण किया गया था। मौके से न तो लाईसेंस मिला और न ही कस्टोडियन। पूछताछ करने पर पता चला है कि मोहक ने पटाखों को भंडारण किया हुआ था जो पुलिस रेड की भनक पाकर भाग खड़ा हुआ। एसीपी ने बताया दिवाली के त्यौहार से पहले पटाखों का भंडारण अवैध रूप से बाजार में खपाने के लिए किया गया था। पुलिस को इस संबंध में मुखबिर की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि पटाखे ऐसी संकरी गली में मिले हैं जहां इनके भंडारण की परमिशन दी भी नहीं जा सकती।
हादसा होने पर भयंकर होते परिणाम
एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि संकरे स्थान पर इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री इकठ्ठी करना सीधे हादसे को न्यौता देने जैसी है। पुलिस पटाखों के स्वामी को तलाश कर रही है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान पटाखे बेचने या भंडारण के लिए कोई लाइसेंस नहीं मिला है, न ही मौके पर फायर सेफ्टी के मानकों का पालन हो रहा था। गोदाम पुराने शहर की तंग गली में बनाया गया था। इतनी विस्फोटक सामग्री में किसी तरह आग लग जाती तो फायर ब्रिगेड का पहुंचना भी मुश्किल हो जाता।
प्रतिबंधित पटाखों के खिलाफ होगी कार्यवाही
पुलिस कमिश्नर अजय मिश्र का कहना है कि पटाखों के खिलाफ पुलिस अपना अभियान जारी रखेगी। अवैध रूप से भंडारण और पटाखे बेचे जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस उन स्थानों पर भी दबिश देगी जहां लाकर इतनी बड़ी मात्रा में पटाखों का भंडारण किया गया था। प्रतिबंधित पटाखों के खिलाफ पुलिस छापेमारी करती रहेगी।