Ghaziabad News : गाजियाबाद के गुलाब से अयोध्या में राम मंदिर को सजाया जाएगा। इसके लिए अयोध्या स्थित मंदिर समिति की तरफ से गुलाब के फूलों का एक बड़ा आर्डर मिला है। गाजियाबाद के गांव मुकीमपुर के किसान बड़े पैमाने पर फूलों की खेती करते हैं। गांव मुकीमपुर में अधिकतम किसान गुलाब की पैदावार करते हैं। गांव से गुलाब के फूलों को दिल्ली स्थित गाजीपुर फूल मंडी भेजा जाता है। वहीं से गुलाब अयोध्या भेजा जाएगा। गाजीपुर फूल मंडी से 17 जनवरी से गुलाब के फूलों का पहले लॉट अयोध्या रवाना किया गया है।
यह है पूरा मामला
राम मंदिर को सजाने के लिए मुकीमपुर के किसानों को 40 टन गुलाब के फूलों का आर्डर मिला है। गाजियाबाद के मुकीमपुर के फूल वैसे तो देश दुनिया में भेजे जाते हैं, लेकिन अब इनसे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान अयोध्या के राम मंदिर को सजाने की तैयारी है। मुकीमपुर में गुलाब के फूलों की खेती करने वाले किसान ने बताया कि उनके गांव में अधिकतर किसान गुलाब के फूलों की खेती करते हैं। गांव में देसी किस्म के गुलाब से लेकर अंग्रेजी गुलाब और कई तरह के फूलों की वेरायटी उपजाई जाती है। उनके गांव के गुलाब की देश ही नहीं, विदेश में भी काफी डिमांड रहती है। यहां के किसान गुलाब के फूलों की खेती की को प्राथमिकता देते हैं।
फूलों की वेरायटी
मुकीमपुर के लगभग सभी किसान गुलाब और अन्य फूलों की खेती करते हैं। यहां से प्रतिदिन करीब 10 टन फूल दिल्ली गाजीपुर फूल मंडी जाता है। मुकीमपुर के किसान ने बताया कि राम मंदिर को सजाने के लिए गांव को गुलाब के फूल सप्लाई करने का ऑर्डर मिला है। गांव में पिंजेथियम और ऑर्किड जैसे फूलों की भी खेती की जाती है। गुलाब के अलावा कुछ डिमांड क्रंजेथियम और कनेर जैसे फूलों की भी है। फूलों की इतनी अधिक वेरायटी होने के बावजूद सबसे अधिक मांग लाल गुलाब की है। उन्होंने कहा कि गुलाब गुलदावरी, रजनीगंधा जिप्सोफिला और गेंदे के फूल भी भेजे जा रहे हैं।
किसान मान रहे सौभाग्य
मुकीमपुर गांव के गुलाब का फूल अयोध्या भेजने के लिए एक बड़ा आर्डर मिला है। जब मुकीमपुर के किसानों को इसकी जानकारी हुई तो पूरे गांव में हर्ष की लहर दौड़ गई। किसान इसे अपने लिए सौभाग्य की बात बता रहे हैं। गांव के किसानों के लिए खुशी का पल है कि उनके द्वारा उपजाए गुलाब के फूलों से अयोध्या में श्रीराम का दरबार और मंदिर को सजाया जाएगा। गांव के किसान जो फूलों की खेती करते हैं, उनका कहना है कि वह अपना और गांव का सौभाग्य मान रहे हैं कि उनके फूलों से अयोध्या में राम मंदिर को सजाया जाएगा। गांव में करीब 10 साल से फूलों की खेती की जा रही है। गांव में 20 अलग-अलग तरह के फूलों की खेती होती है। इसमें गुलाब के फूल की करीब आठ वेरायटी हैं।