Ghaziabad News : गाजियाबाद बार एसोसिएशन का आंदोलन जारी है। बार एसोसिएशन की ओर से आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर विचार विमर्श करने के लिए 6 दिसंबर को वेस्ट यूपी के 22 जिलों के अधिवक्ताओं से गाजियाबाद पहुंचने का आह्वान किया है। वकीलों का कहना है कि जिला जज के तबादले से कम वह किसी भी शर्त पर मानने वाले नहीं हैं। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी आंदोलन जारी रहेगा।
डीजे ने पुलिस कमिश्नर को लिखा पत्र
जिला जज की ओर से पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कचहरी परिसर में वादकारियों की सुरक्षा और काम करने के इच्छुक अधिवक्ताओं की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने की बात कही है। पत्र में कहा गया है कि कचहरी परिसर में वकीलों की वेषभूषा में आए लोगों के द्वारा वादकारियों के साथ मारपीट किया जाना चिंता का विषय है। परिवार न्यायालय के सामने वाले गेट पर वकीलों ने वादकारियों के साथ अभद्रता की गई है। न्यायालय परिसर के वीआईपी गेट पर भी अभद्रता की गई है। जिला जज ने अपने पत्र में कहा है कि यह निंदनीय कृत्य है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से वादकारियों को हा रेही परेशानी को दूर किए जाने की अपेक्षा की है।
वकालतनामा लगाने वाले वकीलों पर कार्रवाई की तैयारी
दूसरी ओर बार एसोसिएशन की ओर से ऐसे वकीलों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है जिनकी ओर से वकालतनामा लगाया गया है। वकीलों का कहना है कि मांगें न माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। मंगलवार को वकीलों की हड़ताल का असर मोदीनगर तहसील में भी देखा गया। तहसील में कामकाज नहीं हो सका। वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। हालांकि जिला न्यायालय में 53 अदालतों में काम हुआ।
क्या है पूरा मामला
29 अक्टूबर को जिला जज की अदालत में अधिवक्ता नाहर सिंह यादव और जिला जज के बीच तीखी नोंकझोक के बाद विवाद ने बड़ा रूप ले लिया था। अपने साथी के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में कोर्ट रूम में जुटे अधिवक्ताओं को बाहर निकालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। उसके बाद कचहरी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद वकीलों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया था। वकील तभी से हड़ताल पर हैं और कचहरी परिसर में धरना चल रहा है।