Ghazipur Border : राकेश टिकैत ने कहा- दिल्ली का पानी नहीं पीएंगे, यूपी सरकार पानी दे नहीं तो सबमर्सिबल पम्प गाड़ लेंगे

Social Media | दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और किसान नेता राकेश टिकैत



भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश सरकार को बड़ी चेतावनी दी है। राकेश टिकैत ने एक बयान जारी कर कहा है कि वे दिल्ली का पानी नहीं पिएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार धरना स्थल पर पानी का इंतजाम करे, नहीं तो हम यहीं समर्सिबल बोरिंग कर देंगे। दूसरी ओर गाजीपुर धरना स्थल पर लगातार किसानों की भीड़ बढ़ती जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत हरियाणा और राजस्थान तक के किसान गाजीपुर पहुंच रहे हैं।

राकेश टिकैत ने कहा, "यूपी गेट पर पानी की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है। ऐसा नहीं किया तो हम यहां अपने समर्सिबल पम्प लगा देंगे। हमें दिल्ली का पानी नहीं चाहिए, लेकिन दिल्ली सरकार के सहयोग के लिए हम वहां के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने पानी के टैंकर भेजे हैं।" आपको बता दें कि गुरुवार की देर शाम गाजियाबाद जिला प्रशासन में राकेश टिकैत के धरना स्थल से बिजली और पानी की सप्लाई बंद कर दी थी। वहां लगाए गए शौचालय भी हटा दिए थे। इसके बाद राकेश टिकैत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से जन सुविधाएं देने की अपील की थी। जवाब में दिल्ली सरकार की ओर से किसानों को समर्थन का ऐलान किया गया था। शुक्रवार की सुबह दिल्ली के डिप्टी चीफ मिनिस्टर मनीष सिसोदिया गाजीपुर धरना स्थल पर पहुंचे थे। राकेश टिकैत से मुलाकात की और समर्थन की घोषणा की।

राकेश टिकैत ने कहा- पानी पर हमारा हक
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के पानी पर हमारा हक है। धरना स्थल पर पानी की आपूर्ति करना उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। अगर राज्य सरकार ने पानी नहीं दिया तो हम नहीं बोरिंग कर लेंगे। दिल्ली सरकार ने हमें समर्थन दिया, उसके लिए हम उनके आभारी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के नागरिकों होकर हम दिल्ली का पानी नहीं पिएंगे।" दूसरी ओर गुरुवार की रात राकेश टिकैत की अपील पर पश्चिम उत्तर प्रदेश से किसानों की भारी भीड़ गाजीपुर धरना स्थल पर पहुंच रही है। गुरुवार की देर रात से ही किसानों के जत्थे धरना स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए थे। बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, मेरठ, बिजनौर, अलीगढ़, आगरा समेत राजस्थान और हरियाणा के सीमावर्ती जिलों से भी बड़ी संख्या में किसान धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं।

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