Ghaziabad News : देश की सबसे बड़ी रैपिड रेल से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनसीआरटीसी ने देश की सबसे तेज चलने वाली रैपिड रेल के उद्घाटन के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा है। बताया जा रहा है कि यह समय मार्च 2023 के लिए मांगा गया है। यानी कि इसी वर्ष 2 महीने बाद देश की सबसे तेज चलने वाली रेल का शुभारंभ हो जाएगा। फिलहाल, पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मिलने के बाद योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि मार्च 2023 के अंतिम सप्ताह तक देश की सबसे तेज चलने वाली रैपिड रेल जमीन पर आ जाएगी। इसे रोजाना हजारों लोगों को फायदा होगा। दिल्ली से मेरठ तक का सफर तय करने में कुल 50 मिनट लगेंगे। अभी दिल्ली-मेरठ का सफर तय करने में करीब 3 घंटे का समय लगता है।
फाइनल ट्रायल के लिए योगी आदित्यनाथ की अनुमति का इंतजार
आपको बता दें कि 3 दिनों पहले भारत की पहली रीजनल रैपिड रेल की डायनेमिक टेस्टिंग की गई थी। टेस्टिंग में दुबई डिपो से लेकर गाजियाबाद स्टेशन तक 9 किलोमीटर की लंबाई में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रैपिड रेल दौड़ाई गई और यह ट्रायल सफल हुआ। बताया जा रहा है कि बहुत ही जल्द ऑफिशियल तौर पर फाइनल ट्रायल किया जाएगा। इसकी अनुमित उत्तर प्रदेश शासन देगा। बताया जा रहा है कि बहुत ही जल्द मुख्यमंत्री इसकी अनुमति दे सकते है। दिल्ली-मेरठ के बीच चलने वाली सबसे तेज रैपिड रेल पहले चरण में 17 किलोमीटर लंबे रूट पर चलेगी। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक रेल चलेगी।
दिल्ली से मेरठ तक का सफर सिर्फ 50 मिनट में होगा तय
रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर रूट पर दौड़ेगी। इस रैपिड के माध्यम से दिल्ली से मेरठ के बीच सिर्फ 50 मिनट में पहुंचा जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि रोजाना 8 लाख से अधिक यात्री इस रेल का फायदा ले सकते हैं। पहले चरण में गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन से दुराई डिपो तक रेपिड रेल दौड़ेगी। पहले चरण में 17 किलोमीटर में रेपिड रेल चलेगी। कंपनी की कोशिश है कि 2023 के अंतिम तक साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक रैपिड रेल चलाई जाए। इस ट्रेन को अत्यधिक आधुनिक तकनीकी से तैयार किया गया है। यात्रियों को इसमें बेहद आराम महसूस होगा। रैपिड रेल की टॉप स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
पूरी परियोजना में खर्च होंगे 30,274 करोड़ रुपए
रैपिड रेल में सवारियों के लिए बहुत ही शानदार बहुत बेहतर सुविधा होगी। यह रेल पूरी तरीके से मेक इन इंडिया पर आधारित है। देश की पहली रैपिड रेल का निर्माण गुजरात के शामली में स्थित एलस्टॉम कारखाने में हुआ है। इसकी नींव भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को रखी थी। पूरी परियोजना में 30,274 करोड़ रुपए का खर्च आने की उम्मीद जताई जा रही है।