सनसनीखेज खबर : गाजियाबाद की महिला को लखनऊ पुलिस ने कैसे बचाया, जानें कैसे खुली सरकारी दावों की पोल

Tricity Today | पुलिस हिरासत में आत्मदाह का प्रयास करने वाली ममता।



Ghaziabad News : गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र की एक महिला ने सोमवार को लखनऊ में विधानसभा मार्ग पर आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि महिला को लखनऊ पुलिस की आत्मदाह निरोधी टीम की मुस्तैदी के चलते बचा लिया गया लेकिन इस वाकये ने सरकारी दावों की पोल खोलकर रख दी। मामला लोनी के चर्चित विधायक नंदकिशोर गुर्जर के क्षेत्र का है। विधायक, समाधान दिवस या सरकार द्वारा चलाए जा रहे तमाम कार्यक्रम महिला के काम नहीं आ सके। वह अपनी फरियाद लेकर लखनऊ पहुंची, वहां भी व‌ह अपनी बात किसी अधिकारी के सामने रखने में कामयाब नहीं हुई तो ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने की ठान ली। टीम ने महिला को आग लगाने से पहले ही हिरासत में लिया गया, जिससे उसकी जान बच गई।

चौकी प्रभारी से मिलकर जमीन कब्जाने का आरोप
आत्मदाह‌ करने का प्रयास करने वाली महिला की पहचान लोनी थानाक्षेत्र के सब्लू गढ़ी गांव की रहने वाली 40 वर्षीय ममता के रूप में हुई है। महिला का कहना है कि  19 अक्टूबर को गांव के ही रहने वाले विजयपाल, अरविंद, तेज प्रकाश और अजब सिंह को अपनी कुछ जमीन बेची थी, लेकिन इन लोगों ने चौकी इंचार्ज से मिलकर अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया। कहन सुनन करने के बाद भी वे जमीन नहीं छोड़ रहे हैं। महिला ने हजरतगंज थाना पुलसि को बताया कि चारो लोगों और चौकी इंचार्ज की अधिकारियों से शिकायत की तो चौकी इंचार्ज ने बेटे, देवर और पति के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया और जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।

शिकायत पर सुनवाई न होने का आरोप
महिला का कहना कि उसके द्वारा उच्चाधिकारियों से की गई शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई। दूसरी ओर चौकी प्रभारी ने धमकाना शुरू कर दिया। इसलिए सोचा कि लखनऊ में बड़े अधिकारी से अपनी बात बताऊं, लेकिन लखनऊ में भी किसी अधिकारी से बात नहीं हो पाई। हारकर आत्मदाह की ठान ली। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि ममता का जमीन कब्जे को लेकर गांव के ही कुछ लोगों से विवाद का मामला है। आत्मदाह सेल के द्वारा ममता को बचाने के बाद गाजियाबाद पुलिस और ममता के परिजनों को सूचना दी गई है। महिला को गाजियाबाद भेज दिया गया है।

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