गाजियाबाद में फ्रॉड का अनोखा मामला : भारतीय खाद्य निगम में नियुक्ति के नाम पर जानिए कैसे की लाखों की ठगी

गाजियाबाद | 9 महीना पहले | Sonu Singh

Tricity Today | भारतीय खाद्य निगम



Ghaziabad News : भारतीय खाद्य निगम में सलाहकार समिति का सदस्य नियुक्त करने के लिए एक शख्स से 63 लाख रुपये का ठगी का मामला सामने आया है। पैसा देने के बाद शख्स को फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया। जब वह पत्र लेकर भारतीय खाद्य निगम के ऑफिस में गए तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। वहां उन्हें बताया गया कि इस प्रकार की कोई नियुक्ति निगम द्वारा नहीं की गई है। इसके बाद शख्स ने इंदिरापुरम थाने में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है।

यह है पूरा मामला
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र की एटीएस एडवांटेज सोसायटी में रहने वाले रामानुज मुव्बाला ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत देते हुए बताया कि उनके साथ नीरज सूद और सुरेंद्र बाबू ने धोखाधड़ी कर 63 लाख रुपये वसूल लिए हैं। उन्होंने बताया कि नीरज सूद ने भारतीय खाद्य निगम में तेलंगाना क्षेत्र का सलाहकार समिति सदस्य नियुक्त करने के एवज में उनसे 16 लाख रुपये की मांग की। जिसके बाद उन्होंने अपने मित्र कृष्ण कुमार से 16 लाख रुपये उधार लेकर नीरज सूद को दे दिए। नीरज सूद ने अपने साथी सुरेंद्र बाबू के साथ मिलकर उनसे दो लाख रुपये और मांगे जोकि उन्हे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए गए। कुल 18 लाख रुपये दिए जाने के बाद उन्हे एक नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया गया।

फर्जी नियुक्ति पत्र किया जारी 
नियुक्ति पत्र प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमित कुमार द्वारा जारी किया गया था। जब इस बारे में रामानुज के द्वारा ऑफिस जाकर पता किया गया तो उन्हें वहां अमित कुमार मिले। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की कोई भी नियुक्ति उनके द्वारा नहीं की गई है। इस बारे में जब रामानुज ने नीरज सूद से बात की तो उसने असली नियुक्ति प्रमाणपत्र देने की बात कहते हुए 45 लाख रुपये और देने की मांग कर दी। रामानुज ने बताया कि उनके द्वारा 45 लाख रुपये भी दे दिए गए लेकिन अभी तक नियुक्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। इस संबंध में रामानुज की शिकायत पर इंदिरापुरम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

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