Tricity Today | अरिहंत आर्डेन हाउसिंग सोसायटी में लगी आग
Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में दिवाली की रात एक हाउसिंग सोसाइटी में आग लग गई। इसकी जानकारी सोसाइटी के जिम्मेदार लोगों को दी गई। जिसके बाद सोसाइटी के फायर मेन ने आग पर काबू पा लिया। अब इस मामले में पुलिस ने अजीबोगरीब बयान दिया है। सोसाइटी के एओए पदाधिकारियों का कहना है कि पुलिस की कोई टीम सोसाइटी में नहीं आई थी। उससे पहले ही आग पर काबू पा लिया गया। जबकि पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा, "रात में लगी आग को तत्काल फायर यूनिट द्वारा मौके पर पहुंच कर बुझाया जा चुका था।" इस तरीके से साफ दिख रहा है कि नोएडा पुलिस के द्वारा झूठी वाहवाही लूटी जा रही है।
कैसे और कहां लगी आग
अरिहंत आर्डेन हाउसिंग सोसायटी के एओए अध्यक्ष लोकेश त्यागी ने बताया कि यह घटना दिवाली की रात की है। सोसाइटी में एच टावर के 14वीं मंजिल पर एक फ्लैट में आग लग गई। फ्लैट मालिक घर पर नहीं थे। घर का दरवाजा बाहर से बंद था। मामले की जानकारी सोसाइटी के फायर मेन को दी गई। फ्लैट में रॉकेट की वजह से आग लगी थी।
पुलिस और फायर ब्रिगेड की जरुरत नहीं पड़ी
उन्होंने बताया कि तत्काल फायर मेन ने आग पर काबू पाने के लिए काम किया गया। बेहद कम समय में आग पर काबू पा लिया गया। जिसके बाद सोसाइटी में शांति का माहौल व्यक्त हुआ। एओए अध्यक्ष ने बताया कि हमने पहले से ही व्यवस्था की हुई थी। इसलिए हमें बाहर से किसी पुलिस वाले और फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाने की जरुरत नहीं पड़ी। दिवाली को लेकर अरिहंत आर्डेन हाउसिंग सोसाइटी की टीम पहले से तैयार थी। इसके अलावा अगर फ्लैट के अंदर आग लगेगी तो अपने आप फायर सिस्टम चालू हो जाते हैं, लेकिन आगा पटाखे (रॉकेट) की वजह से बालकनी में लगी थी। जिसकी वजह से फायर मेन के द्वारा आग पर काबू पाया गया। दिवाली के दौरान सोसाइटी की फायर टीम 24 घंटे एक्टिव रही।
आखिर पुलिस ने क्यों बोला झूठ?
अब सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार पुलिस ने झूठ क्यों बोला? सोसाइटी में पुलिस की टीम पहुंची ही नहीं और उसके बावजूद भी कह दिया कि "रात में लगी आग को तत्काल फायर ब्रिगेड के द्वारा मौके पर पहुंचकर बुझाया जा चुका है।" जबकि सोसाइटी में फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची भी नहीं थी। इसका मतलब साफ है कि पुलिस इस मामले में झूठी वाहवाही लूट रही है।"