दादरी विवाद : मिहिर भोज कॉलेज में पुलिस ने महापंचायत की अनुमति देने से किया इनकार, गुर्जर नेताओं के खिलाफ समाज में भारी रोष

Tricity Today | मिहिर भोज कॉलेज



Greater Noida News : दादरी में सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा लगाने और उसके नाम से गुर्जर शब्द हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुर्जर समाज ने इस मामले में महापंचायत का आयोजन करने की घोषणा की है लेकिन गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गुर्जर समाज की महापंचायत करने से इंकार कर दिया है। पुलिस के मना करने के बावजूद भी ग्रेटर नोएडा और दादरी के कुछ गांवों रुपरेखा तैयार की जा रही है।

पूरे दिल्ली-एनसीआर और वेस्ट यूपी से गुर्जरों को बुलाया
वीर गुर्जर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल गुर्जर का कहना है कि 26 सितम्बर रविवार को होने वाली महापंचायत में पूरे दिल्ली-एनसीआर और वेस्ट यूपी से लोगों को बुलाया गया है। इसके लिए समाज के जिम्मेदार लोगों से फोन करके सम्पर्क किया जा रहा है। जहां सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा लगाई गई है, वहीं इस महापंचायत का आयोजन किया जाएगा लेकिन पुलिस ने महापंचायत की अनुमति देने ने इंकार कर दिया है।

"योगी के सामने नंबर बनाने के लिए समाज की अस्मिता को दांव पर लगाया"
राहुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने गुर्जर समाज के साथ छल किया है। समाज से धोखाधड़ी की है। सत्ता का लाभ उठाने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपने नम्बर बनाने के लिए समाज की अस्मिता को दांव पर लगा दिया गया है। राहुल ने कहा, "हम ऐसा नहीं होने देंगे। समाज के साथ विश्वासघात करने वालों को बेनकाब करेंगे। उन्हें इस षड्यंत्र के लिए सजा भी दी जाएगी।"

पुलिस ने महापंचायत की अनुमति देने से किया इनकार
दादरी में रविवार को आयोजित होने वाली महापंचायत को लेकर एसीपी दादरी ने बताया कि किसी भी तरह की पंचायत की कोई अनुमति नहीं ली गई है। जनपद में धारा 144 लागू है, अगर किसी के भी द्वारा पंचायत करने की कोशिश की जाती है तो उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, दूसरी तरफ गुर्जर समाज के नेता ग्रेटर नोएडा और दादरी के गांवों में  समाज को एकजुट करने का कार्य कर रहा है। आपको बता दें कि दुजाना, महावड़, सादोपुर, चिटहेरा, मकोड़ा और पाली गांवों के इस महापंचायत को लेकर बैठक हुई है।

क्या है पूरा मामला
दादरी के डिग्री कॉलेज में गुर्जर विद्या सभा ने करीब एक साल पहले सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा लगाने की योजना पर काम शुरू किया था। दादरी समेत आसपास के क्षेत्र से सहयोग राशि लेकर अष्टधातु की 15 फुट ऊंची प्रतिमा का निर्माण करवाया गया। यह प्रतिमा विख्यात शिल्पकार राम सुतार ने बनाई है। इस प्रतिमा का अनावरण करने के लिए गुर्जर विद्या सभा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम मिलने के बाद यह बात फैल गई कि सम्राट मिहिर भोज के नाम के साथ गुर्जर शब्द जोड़ा जा रहा है। इसका ठाकुर बिरादरी ने विरोध किया। हंगामा बढ़ता देखकर मामले को शांत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बीच का रास्ता निकाला। तय किया गया कि प्रतिमा के साथ राजपूत या गुर्जर शब्द नहीं जोड़ा जाएगा। 

इस पर गुर्जर समाज में विरोध शुरू हो गया
यह बात दादरी इलाके के गुर्जर समाज को नागवार गुजरी। कार्यक्रम से कुछ दिन पहले ही दादरी के विधायक तेजपाल नागर ने होर्डिंग लगवाए। इन पर गुर्जर शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया था। जिसका विरोध हुआ। युवकों ने सड़कों पर उतरकर होर्डिंग फाड़ दिए और विधायक का पुतला भी जलाया। इसके बाद प्रतिमा के शिलापट्ट पर गुर्जर शब्द लिखवाया गया। किंतु, गुर्जर शब्द पत्थर पर उत्कीर्ण नहीं किया गया। यह एक प्लास्टिक शीट पर लिखकर चिपका दिया गया। जिससे समाज के लोगों को सांत्वना दी जा सके।

सीएम के आने से ठीक पहले विधायक ने हटाई पट्टी
अब जब बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे तो कुछ मिनट पहले ही दादरी के विधायक तेजपाल नागर ने गुर्जर शब्द वाली प्लास्टिक शीट उखाड़ कर फेंक दी। मौके पर मौजूद गुर्जर विद्या सभा के पदाधिकारियों ने इसका विरोध भी किया। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने यह पुष्टि की है कि विधायक तेजपाल नागर ने मुख्यमंत्री के मंच पर पहुंचने से ठीक पहले गुर्जर शब्द को हटाया। यह बात फैल गई और युवकों ने हंगामा शुरू कर दिया। दादरी विधायक तेजपाल नागर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई है।

लोगों ने गुर्जर विद्या महासभा का अपमान बताया
गुर्जर समाज के युवाओं का कहना है, "दादरी में बुधवार को जो हुआ, वह गुर्जर समाज के चेहरे पर जोरदार थप्पड़ लगा है। गुर्जर विद्या महासभा के कार्यक्रम में गुर्जर शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया। हमारे समाज के लिए इससे ज्यादा बुरी बात और क्या हो सकती है।" मेरठ के युवाओं ने राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर का पुतला फूंकते हुए कहा, "सुरेंद्र सिंह नागर को गुर्जर समाज का बड़ा नेता माना जाता है। फिर भी उनकी मौजूदगी में सम्राट मिहिर भोज के नाम के आगे से गुर्जर शब्द हटा दिया गया। यह गुर्जर समाज के लिए काफी शर्म की बात है।" इसके चलते मेरठ के गुर्जर युवाओं ने सुरेंद्र सिंह नागर का पुतला फूंका है।

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