गौतमबुद्ध नगर निकाय चुनाव की दिलचस्प कहानी : पति नहीं बन पाया विधायक लेकिन पत्नी निर्दलीय बन गई चेयरमैन

Tricity Today | संजय और लता



Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर की बिलासपुर नगर पंचायत से निर्दलीय प्रत्याशी लता ने कामयाबी हासिल की है। उनके पति संजय चेची आम आदमी पार्टी के नेता रहे हैं। खास बात यह है कि संजय चेची विधायक बनने में कामयाब नहीं हुए, लेकिन लता बिलासपुर की चेयरमैन बनने में सफल हो गईं। दरअसल, संजय ने पिछला विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी के टिकट पर दादरी विधानसभा सीट से लड़ा था। संजय चेची चुनाव हार गए थे। अब बिलासपुर कस्बे में संजय और उनकी पत्नी लता की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसी पार्टी से टिकट न लेकर उन्होंने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीत हासिल की है।

लता ने भाजपा की सुदेश नागर को हराया
शनिवार को गौतमबुद्ध नगर में सबसे पहले बिलासपुर नगर पंचायत के लिए परिणाम घोषित किआ गया। निर्दलीय चुनाव लड़ रही लता ने कामयाबी हासिल की। उन्हें 1,888 वोट मिले। लता ने भारतीय जनता पार्टी की सुदेश नागर को पराजित किया है। सुदेश नागर को 1,499 वोट मिले हैं। इस तरह लता 389 मतों से चुनाव जीत गयी हैं। लता के पति संजय चेची आम आदमी पार्टी के नेता रहे हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। बिलासपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए लता लोकप्रिय उम्मीदवार रही हैं।

पति संजय ने दादरी से विधासभा चुनाव लड़ा
बिलासपुर की नगर पंचायत अध्यक्ष बन चुकी लता के पति संजय चेची ने 2022 का विधानसभा चुनाव दादरी सीट से लड़ा था। उन्हें आम आदमी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था। उस चुनाव में संजय पांचवें स्थान पर रहे। उन्हें 4,620 वोट मिले थे। उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 1.31% मत मिले। मतलब, संजय जमानत बचाने में भी कामयाब नहीं हुए थे।

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